फोन करके घर से बुलाया, फिर बस स्टैंड पर दो युवकों की गोली मारकर हत्या, इलाके में मच गया हड़कंप

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मुंगेर

मुंगेर के बरियारपुर थाना से 500 मीटर की दूरी पर बस स्टैंड परिसर में सरेशाम मंगलवार की शाम अपराधियों ने आपसी वर्चस्व में दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना करीब 6 बजे शाम की है। गोलीबारी की घटना के बाद पुरे बरियारपुर में भगदड़ मच गयी। लोग इधर-उधर भागने लगे। गोलीबारी की सूचना पर बरियारपुर थानाध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। हालांकि तबतक सभी अपराधी फरार हो चुके थे। शाम में मुंगेर एसपी जे जला रेड्डी ने घटनास्थल का मुआयना किया और कर्मियों को जरूरी निर्देश दिए। बस स्टैंड स्थित एक दुकान में लगे सीसीटीवी को पुलिस ने जब्त किया है। आसपास के करीब चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

दो युवकों की गोली मारकर हत्या
गांधीग्राम व एकाशी टोला के थे युवक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बरियारपुर बस स्टैंड परिसर में मंगलवार को करीब 6 बजे शाम में अचानक गोली चलाने लगी। जब तक कुछ समझ पाते तब तक 25 वर्षीय युवक पंकज कुमार व 25 वर्षीय रंजन कुमार सिंह को गोली लग गयी। जिससे दोनों जमीन पर गिर पड़े । स्थानीय लोगों द्वारा दोनों को इलाज के लिए पीएचसी बरियारपुर ले गया। लेकिन डॉक्टर ने बेहतर के लिए मुंगेर भेज दिया। जहां दोनों की इलाज के क्रम में मौत हो गया। पंकज ग्राम कचहरी टोला एकाशी निवासी शिवदानी मंडल का व रंजन गांधीपुर के स्व दिलीप सिंह का बेटा था।

आपसी विवाद में मारी गोली 
घटना का कारण आपसी विवाद तथा वर्चस्व की बात कही जा रही है। थानाध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि बस स्टैंड दूलो मंड़ल ने ही पंकज कुमार को मोबाइल से फोन करके बुलाया था। उन्होंने कहा कि मोबाइल की भी जांच की जा रही है। चर्चा है पंकज कुमार जब बस स्टैंड पहुचा तो फूस की झोपड़ी में कुछ लोगो से कहासुनी हुई। फिर दो मोटरसाइकिल से अपराधी पहुचे तथा गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। घटना के बाद बरियारपुर बस स्टैंड पुलिस छाबनी बन गया है।

दोनों मृतक नौकरी छोड़कर आए थे
गांधीपुर निवासी रंजन सिंह वर्ष 2011 में मुजफ्फरपुर से सीआरपीएफ ट्रेनिंग के दौरान नौकरी छोड़ कर घर आकर रह रहा था। बड़ा भाई चंदन सिंह जो बिहार पुलिस का जवान है उसका पालन पोषण करता था। रंजन की शादी भी नहीं हुई थी। पंकज कुमार मंडल झारखंड से आरपीएफ की नौकरी एक वर्ष पहले ही छोड़कर पिता के ईट भट्ठा में हाथ बंटाता था। शादी हवेली खड़गपुर में हुई थी। उसे कोई बच्चा नहीं था। पंकज छह भाई और दो बहन में दूसरे नंबर पर था। रंजन सिंह भी दो भाई व एक बहन में दूसरे नंबर पर था। रंजन के भाई चंदन ने बताया कि पंकज सोमवार से ही किसी से झगड़ा होने की बात कह कर रंजन को घर से बुलाकर ले जा रहा था।

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