पटना
प्रदेश में एक सप्ताह बाद अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। उत्तर बिहार में एक दो जगहों को छोड़कर रविवार को पटना समेत सभी जिलों का मौसम शुष्क बना रहा। पटना समेत राज्य के 28 जिलों के अधिकतम तापमान में रविवार को बढ़ोतरी दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 38.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इधर प्रदेश के उत्तरी भागों में कुछ स्थानों पर आंशिक बारिश हुई है। सीतामढ़ी के सोनबरसा में 12.2 मिमी बारिश हुई। वातावरण में नमी की मात्रा अधिक होने से ताप सूचकांक में बढ़ोतरी देखी गई है।
सबसे गर्म रहा औरंगाबाद
40.3 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान रहा। पटना के अधिकतम तापमान में 2.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई जिससे दिन में लोगों को उमस और गर्मी ने परेशान किया। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र उत्तर पूर्व बांग्लादेश व मेघालय के आसपास बना हुआ है। इनके प्रभाव से देर शाम उत्तर पूर्व भागों के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा के आसार जताए गए हैं वहीं प्रदेश के शेष भाग में मौसम शुष्क बना रहेगा। अगले पांच दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ गर्मी बढ़ेगी। कुछ जिलों में उष्ण लहर की संभावना है।
40 के पार पहुंचेगा पारा
तीन दिनों में दिन के तापमान में 5.1 तो रात के तापमान में साढ़े चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो चुकी है। आर्द्रता में भी 27 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है। रविवार को दिन का पारा चढ़कर 37.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। भारतीय मौसम विभाग के अनुमानों की मानें तो 31 मई तक दिन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस तो नौतपा के आखिरी दिन यानी दो जून को 41.0 डिग्री सेल्सियस के पार कर जाएगा। इस दौरान पछुआ हवा नमी को सोखेगी तो कड़ी धूप लोगों का हाल-बेहाल करेगी।
रात के तापमान में भी इजाफा
बीते 24 घंटे के मौसम की बात करें तो इस दौरान जहां दिन का पारा 2.3 तो रात का भी 1.7 डिग्री सेल्सियस उछल गया। रविवार को अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य तापमान के बराबर रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य तापमान से दो डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। रविवार की सुबह साढ़े आठ बजे 77 प्रतिशत रही आर्द्रता शाम साढ़े पांच बजे तक कम होकर 51 प्रतिशत पर आ गयी। जबकि दिनभर 14.6 किमी प्रतिघंटे की औसत रफ्तार से पूर्वी हवा बही।
2 जून से झुलसाएगी गर्मी
बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि रविवार को प्राप्त संख्यात्मक मॉडल, उपग्रहीय तस्वीर एवं अन्य मौसमी विश्लेषण से ज्ञात होता है कि जिले में अभी सतह से डेढ़ किमी ऊपर तक पूर्वी हवाओं का प्रवाह बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र समुद्र तल से डेढ़ किमी ऊपर तक उत्तर पूर्व बांग्लादेश एवं मेघालय के आसपास बना है। इन मौसमी कारकों के प्रभाव से रविवार से लेकर दो जून के बीच आसमान साफ रहेगा और सूरज की तपिश के गर्मी के तेवर और तल्ख होंगे। इस दौरान दिन के तापमान में ढाई से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी।