पटना
गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, समस्तीपुर, वैशाली समेत कई जिलों में सुबह सुबह हुई बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। राजधानी पटना में भी आसमान में बादल छाए हैं। ऐसी हालत में कई दिनों से चिलचिलाती गर्मी से लोगों को निजात मिली है। इन जिलों के कई इलाकों में वज्रपात भी हुए।
मौसम विभाग ने राज्य के 23 जिलों में आंधी पानी और ठनका का का अलर्ट जारी किया है। सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा जिलों में बारिश के साथ तेज आंधी और में गर्जन का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना जताई गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना द्वारा जारी अलर्ट में कहा गया है कि मंगलवार को राज्य के अधिकांश जिलों में बादल छाए रहेंगे। हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई गई है। इसे प्री मानसून के रूप में देखा जा रहा है।
मौसम विभाग की ओर से मंगलवार 23 मई से लेकर 26 मई तक मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ-साथ ओलावृष्टि तथा आंधी-पानी के पूर्वानुमान जारी किए गए हैं। विभाग द्वारा आम जनों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। किसानों को खास तौर पर अलर्ट किया गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के संख्यात्मक मॉडल के विश्लेषण के अनुसार राज्य में 23 मई से 26 मई के दौरान मौसम प्रणाली के सक्रिय होने की प्रबल संभावना है, जिसके परिणाम स्वरुप अधिकांश जगहों में हल्के से मध्यम स्तर की वर्षा (10 एमएम से 50 एमएम, अनेक स्थानों पर बिजली के साथ मेघ गर्जन एवं हवा की गति 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा रहने तथा एक या दो स्थानों पर ओला वृष्टि होने की प्रबल संभावना है ।
मौसम की गतिविधि की 27 मई से पुन सामान्य होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक ओलावृष्टि से खड़े फसलों एवं फलदार वृक्षों को नुकसान हो सकता है। झुग्गी-झोपड़ी व कच्चे मकानों के साथ शहरों में लगे होर्डिंग तथा लम्बे वृक्ष गिरने की संभावना भी है। मौसम विभाग ने बचाव की भी सलाह दी है। आंधी के दौरान संवेदनशील संरचनाओं से दूर रहना जरूरी है। मेघगर्जन के दौरान भी बचना है।