पटना
नकली नोट छापने और कारोबार करने वाले दो युवकों को पुलिस ने एसके पुरी थाना इलाके से गिरफ्तार कर करीब 1.80 लाख रुपये के नकली नोट जब्त किए। दोनों बिहार लोक सेवा आयोग्ग (बीपीएससी) की तैयारी कर रहे थे। हालांकि, तीन आरोपित भागने में सफल रहे। आरोपितों के पास से एक प्रिंटर और 21.2 लीटर अंग्रेजी शराब भी मिली है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि एसके पुरी थाना इलाके के पश्चिमी आनंदपुरी स्थित राजा राम अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 001 में कुछ संदिग्ध युवक रुके हुए हैं। इस सूचना पर रविवार देर रात 2.55 बजे पुलिस फ्लैट पर पहुंची। कमरे में घुसी तो वहां पहले से मौजूद पांच युवक खिड़की से कूदकर भागने लगे। इस दौरान कटिहार जिले के रहने वाले आयुब खान और नवादा के निवासी रतन यादव भाग नहीं सके और पकड़े गए। कूदने के दौरान अयूब के पैर में चोट भी लगी है। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
पांच सौ के 354 नकली नोट कमरे से पांच सौ के 354 और दो सौ के 13 नकली नोट मिले। यह एक लाख 79 हजार छह सौ रुपये है। कमरे में कई किताबें भी रखी थीं। पकड़े गये लड़कों ने बताया कि वे बीपीएससी की तैयारी करते हैं। पुलिस इस पहलू पर जांच कर रही है कि नकली नोट छापने वाले इस गिरोह का कनेक्शन और किन लोगों से है।
नेपाल में लिया था प्रशिक्षण
पुलिस के मुताबिक, दोनों युवक एक साल पहले नेपाल गए थे। वहां नकली नोट छापने की ट्रेनिंग ली थी। इनके मोबाइल को जब्त कर लिया गया है। माना जा रहा है कि मोबाइल से ही पूरे कारोबार को लेकर अहम सुराग मिलेंगे। संभावना है कि उसके बाद इस धंधे में संलिप्त अन्य की गिरफ्तारी होगी।
क्या कहते हैं एसएसपी?
नकली नोट मामले में पुलिस ने पकड़े गये आरोपितों से पूछताछ की है। उनके आपराधिक रिकॉर्ड का पता लगाया जा रहा है। फरार हुए गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। – राजीव मिश्रा, एसएसपी, पटना
शराब माफियाओं से भी गिरोह का कनेक्शन
नकली नोट छापने के आरोपित युवकों का कनेक्शन शराब माफियाओं से भी है। फ्लैट में काफी मात्रा में मिली शराब की बोतलें इस ओर इशारा कर रही हैं। पुलिस गिरफ्तार युवकों से फरार हुये उनके साथी के नाम-पते की जानकारी पता कर रही है।
प्रिंटर में फंसा था 500 का एक नोट
पुलिस ने जब प्रिंटर को खोला तो उसमें एक पांच सौ का नकली नोट फंसा था। कयास यह लगाये जा रहे हैं कि हाल ही में उसे आरोपितों ने छापा होगा। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
पुलिस ने आयुब और रतन के पास से दो मोबाइल बरामद किए हैं। दोनों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। इसके अलावा मोबाइल नंबर से किए गए व्हाट्सएप चैट और कॉल की जांच की जा रही है। कॉल रिकॉर्ड से पता चलेगा कि यह गिरोह और किन लोगों के संपर्क में था।