पटना
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2000 रुपये के नोट वापसी की घोषणा के बाद अब बैंकों की असल परीक्षा मंगलवार से होगी। बैंकों में मंगलवार से दो हजार के नोट बदलने व जमा करने को लेकर भारी भीड़ जुटने का अंदेशा है। लिहाजा सभी बैंकों ने कमर कस ली है। कहीं कई शाखा प्रबंधक ने तो अपने-अपने बैंकों में अतिरिक्त काउंटर बढ़ाने का फैसला लिया है। फिलहाल सभी बैंकों ने ग्राहकों को दिक्कत नहीं होने व बेहतर व्यवस्था देने का दावा किया है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के लाइन बाजार शाखा के प्रबंधक ओम प्रकाश यादव ने बताया कि आम आदमी तक बैंक के गाइडलाइन का फॉलो किया जाएगा । जो भी ग्राहक 2000 का नोट लेकर आएंगे उसे जमा कर इसके एवज में उन्हें इतनी ही राशि वापस कर दी जाएगी। बिना कोई वेरिफिकेशन के 20000 तक के नोट लिए जाएंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक दिन पहले ही लोगों से अपील कर दिया था कि नोट बदलने में किसी तरह की जल्दबाजी बिल्कुल नहीं करें। 2000 रुपये के नोट अवैध नहीं हैं। इन्हें अगले चार महीने में कभी भी और किसी भी बैंक में ले जाकर बदला जा सकता है।
एक बार में कितना नोट बदल सकते हैं?
एक दिन में नोटों के बदलने की सीमा तय की गयी है। एक व्यक्ति एक दिन में बीस हजार तक बदल सकते हैं। यानि एक बार में 2 हजार के 10 नोटों की बदली हो सकती है। लेकिन बैंक के खाते में नोट जमा करने की कोई सीमा नहीं है। लेकिन 50 हजार से ज्यादा जमा करने पर शर्त रखी गयी है। राशि पचास हजार हो तो आपको पैन और आधार कार्ड ले जाना पड़ेगा। बैंकिंग रूल्स के अनुसार 50 हजार या इससे अधिक रुपए जमा पर ऐसा करना पड़ता है।
कब तक बदल सकते हैं?
आरबीआई गवर्नर ने 2000 के नोट को वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा गया था कि 23 मई से यह का शुरू होगा और 30 सितंबर 2023 तक बैंकों में जाकर बदले जा सकेंगे। इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है। दो हजार के नोट को अपने अकाउंट में भी जमा करा सकते हैं। आरबीआई के आदेश में कहा गया है कि 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर किया जा रहा है। बाजार में इन नोटों से खरीद बिक्री पर कोई रोक नहीं है।
ID प्रूफ भी देना होगा?
2 हजार का नोट बदलने के लिए आपको अपना ID प्रूफ देने की जरूरत नहीं है। रिजर्व बैंक की ओर से सोमवार को भी इस स्पष्ट निर्देश दिये गए कि नोट बदलने के लिए किसी प्रकार के पहचान-पत्र की मांग करने की कोईजरूरत नहीं है। पर जिनके खाते उस बैंक में नहीं है तो ऐसे ग्राहकों से बैंक वाले आईडी प्रूफ मांग सकते हैं।
बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ने वाला
पूर्णिया चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजेन्द्र संचेती ने कहा कि सरकार ने दो हजार का नोट को चलन में बंद कर दिया है। मगर लीगल रूप से बैंक में जमा करने के लिए लोगों को चार माह की सहूलियत दी है। इसलिए लोगों को बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ने वाला है। चूंकि अब ज्यादातर लोग बड़े पेमेंट डिजीटल मोड में करते हैं और छोटे पेमेंट के लिए पांच सौ तक के नोट आसानी से लोगों को मिल रहा है और लोगों का काम भी चल रहा है। दो हजार के नोट को बदलने के लिए भी सरकार ने चार माह का समय दिया है। इससे किसी के पास है भी तो उसे बदलने में कोई दिक्कत नहीं है। वहीं
मझौले कारोबारी व चिकित्सा के क्षेत्र में जांच केन्द्र संचालक मो. राहिद आलम बताते हैं कि दो हजार के नोट से बाजार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। चूंकि पहले से यह नोट बाजार में नहीं दिख रहा है। इसके साथ-साथ बड़े पेमेंट डिजीटल हो जाता है तो फिर दिक्कत कहां है। वे यह भी बताते हैं कि किसी न किसी मद में लेने देन के दौरान पिछले एक से डेढ़ वर्ष से दो हजार का नोट नहीं दिख रहा है। ऐसे में दो हजार के नोटबंदी से कारोबार पर कोई असर नहीं है। छोटे और मझौले पर तो कोई परेशानी हीं नहीं है।
क्या कहते हैं सर्राफा कारोबारी?
सोने चांदी दुकान के कारोबारी राकेश कुमार बताते हैं कि दो हजार के नोट के नोटबंदी से बाजार पर कोई प्रभाव ज्यादा नहीं पड़ रहा है। डिजीटल पेमेंट ज्यादातर लोग करते हैं। छोटे सामानों के लिए एक से पांच सौ तक नोट देते हैं। बड़े पेमेंट पर डिजीटल पेंमेंट लोग करते हैं।सब्जी मंडी दुकानदार मुन्ना कुमार साह बताते हैं कि बाजार के अंदर ज्यादातर लोग छोटी नोट या फिर ज्यादा बड़ा में पांच सौ के नोट देते हैं। पिछले कई महिनों से पांच सौ तक के नोट देख रहे हैं। दो हजार का नोट नहीं दिख रहा है।