पटना
छठी कक्षा के छात्र तुषार कुमार (12) का अपहरण करने के डेढ़ घंटे बाद ही स्कूल संचालक मुकेश कुमार ने हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव को पेट्रोल छिड़क कर जला भी दिया। पुलिस ने आरोपित स्कूल संचालक मुकेश कुमार (किशुनपुर, बिहटा) को बोरिंग कैनाल रोड स्थित एक लॉज से गिरफ्तार किया। उसने छात्र की हत्या के बाद उसके परिजनों से 40 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। 20 लाख के कर्ज को चुकाने के लिए उसने घटना के चार दिन पहले छात्र की हत्या की साजिश रची थी। छात्र उसके स्कूल में पढ़ाई कर चुका था। पुलिस ने आरोपित के पास से छात्र का मोबाइल फोन व अन्य साक्ष्य बरामद किए हैं। वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि आरोपित ने अकेले वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल इसमें अन्य किसी की संलिप्तता सामने नहीं आई है।
एसएसपी ने बताया कि बिहटा के कन्हौली निवासी श्रीरामपुर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक राज किशोर पंडित का 12 वर्षीय इकलौता पुत्र गुरुवार की शाम 6.30 बजे घर से खेलने निकला। काफी देर बाद जब परिजनों ने उससे संपर्क किया तो उसने एक मिनट में आने की बात कही। इसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद हो गया और छात्र का अता-पता नहीं चला। इस मामले में परिजनों की शिकायत पर बिहटा पुलिस ने छात्र के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की।
छानबीन में पता चला कि अंतिम बार उसकी बात निजी स्कूल संचालक मुकेश कुमार से हुई थी। उसका कन्हौली में विवेकानंद मेमोरियल के नाम से एक स्कूल और प्रियांश एजुकेशन प्वाइंट नाम का कोचिंग इंस्टीट्यूट है। तुषार मुकेश के स्कूल में पढ़ाई भी कर चुका है। उधर, घटना के बाद से ही मुकेश फरार था। उसकी तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राजीव कुमार के नेतृत्व में पुलिस की दो टीमें बनाई गई। एक टीम छापेमारी जबकि दूसरी टीम तकनीकी अनुसंधान में लगी।
पुलिस ने कई किलोमीटर तक सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला। इसमें शक मुकेश पर ही गया। लेकिन मुकेश घर नहीं जा रहा था और वह लगातार ठिकाने बदल रहा था। इसी बीच शनिवार को बिहटा के ईएसआईसी अस्पताल के समीप एक अज्ञात शव बरामद हुआ। शव बुरी तरह झुलसा हुआ था। उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। लिहाजा, एम्स में परीक्षण के लिए भेजने पर पता चला कि शव तुषार कुमार का है। वहीं, तकनीकी सर्विलांस में मुकेश कुमार का लोकेश बोरिंग कैनाल रोड स्थित एक लॉज का मिला। जिसके बाद शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने छात्र की हत्या की बात स्वीकार कर ली है।
शव पर पट्रोल छिड़कर जला दिया
आरोपित ने बताया कि उसने स्कूल चलाने के लिए लोगों से 20 लाख रुपये कर्ज ले रखे हैं। कर्जदारों के तकादा से परेशान होकर उसने घटना के चार दिन पहले छात्र के अपहरण और हत्या की साजिश रची थी। छात्र के पिता की कन्हौली में काफी प्रोपर्टी है। उसे उम्मीद थी कि अपहरण के बाद उसे फिरौती मिल जाएगी। घटना वाले दिन उसने फोन कर तुषार को बुलाया। इसके बाद उसे बहलाकर बाइक से ईएसआईसी अस्पताल के समीप ले गया। वहां गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव पर पट्रोल छिड़कर उसे जला दिया।