नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि विश्व को भरोसा है कि भारत, कम लागत, गुणवत्ता और स्थायी विकल्प से वैश्विक चुनौतियों का समाधान प्रदान कर सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चन्द्रयान मिशन की सफलता ने इसमें चार चांद लगा दिये हैं। स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन में युवा नवप्रवर्तकों की तकनीकी क्षमताओं और जटिल चुनौतियों से निपटने की सरलता की सराहना करते हुए श्री मोदी ने आशा व्यक्त की कि नवप्रवर्तकों के नवाचार, राष्ट्र के विकास विशेषरूप से रेल क्षेत्र में सहयोग प्रदान करेंगे।
आज हम समय के एक ऐसे मोड़ पर हैं जहां हमारा हर प्रयास अगले एक हजार साल के भारत की नींव को मजबूत करेगा आज भारत विश्व के सबसे युवा देशों में से एक है।आज भारत में विश्व का सबसे बड़ा टैलेंट पूल है। भारत में एक स्थिर और मजबूत सरकार है।आज भारत की अर्थव्यवस्था रिकॉर्ड तेजी से आगे बढ रही है इसके साथ ही देश में साईंस ऐर टेक्नोलॉजी पर अभूतपूर्व बल दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार बड़े पैमाने पर रेल क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रही है और भारतीय रेल परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार इस पर हजारों करोड रूपए खर्च कर रही है और उसका ध्यान मालपरिवहन और भंडारण सुविधा विकसित करने पर भी केन्द्रित है। उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी का भारत जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, और जय अनुसंधान के मंत्र के साथ आगे बढ रहा है। प्रधानमंत्री ने युवाओं से आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य के साथ भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए मिलकर काम करने की अपील की है।
भारत को विकसित बनाने के लिए आपका लक्ष्य होना चाहिए कि देश को कोई भी टेक्नोलॉजी इंपोर्ट न करनी पड़े आज भारत डिफेंस टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता के लिए काम कर रहा है।लेकिन अभी भी डिफेंस टेक्नोलॉजी से जुड़ी कई ऐसी चीजे हैं जिनको हमें इंपोर्ट करना पड़ता है।इसी तरह अपनी मैन्यूफैक्चरिंग कैपेसिटी को बढाने के लिए हमें सेमीकंडक्टर और चिप टेक्नोलॉजी में भी आत्मनिर्भर बनना होगा।
स्मार्ट इंडिया हैकेथॉन का ग्रैंड फिनाले शनिवार तक चलेगा। देशभर के 48 नोडल केंद्रों पर 12 हजार से अधिक प्रतिभागी और दो हजार पांच सौ से अधिक उनके मार्गदर्शक ग्रैंड फिनाले में भाग ले रहे हैं।