बेतिया
पूर्वी चंपारण जिले के सिकरहना उपमंडल में शुक्रवार देर शाम अज्ञात अपराधियों ने बिहार महादलित विकास मिशन के विकास मित्र की चाकू मारकर हत्या कर दी। मामला शनिवार को तब सामने आया जब विकास मित्र का शव मिला, जिसकी पहचान 40 वर्षीय योगेन्द्र मांझी के रूप में हुई। ढाका थाने के एसएचओ मुकेश चंद कुवंर ने कहा, कि विकास मित्र योगेन्द्र मांझी शुक्रवार रात करीब 10 बजे करसहिया गांव में एक पेट्रोल पंप के पास बस से उतरने के बाद लापता हो गए थे।
चाकू गोदकर विकास मित्र की हत्या
मांझी के शरीर पर चाकू से कई वार के निशान थे। पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। रात 11 बजे तक जब वह अपने घर नहीं पहुंचा तो परिवार के सदस्यों को संदेह हुआ। परिजनों का कहना है कि उन्होने योगेंद्र को खोजने के लिए काफी प्रयास किया, उसका मोबाइल बंद था।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
करसहिया गांव के निवासी, मांझी जिले के सिकरहना उपखंड के धनका ब्लॉक में जमुवा पंचायत में तैनात थे। सिकरहना के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि हत्या के पीछे का मकसद अभी तक ज्ञात नहीं हो सका है। उपमंडलीय पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने अभी तक इस संबंध में मामला दर्ज नहीं किया है।