पटना
बिहार में मानसून पूरी तरह एक्टिव हो गया है। राज्य की राजधानी पटना में अगले कुछ घंटे भारी पड़ सकते हैं। मौसम विभाग ने वज्रपात के साथ तेज बारिश की प्रबल संभावना जाहिर की है। राजधानी में काले बादलों का बसेरा हैं, छिटपुट बूंदाबांदी शुरू हो गई हैं। गोला रोड और आरपीएस मोड़ की ओर तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन घंटे के लिए तेज आंधी , मध्यम बारिश और वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
पटना में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
बीते दो-तीन दिनों से पटना में भारी बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सड़कें पानी में डूब गई। और कहीं-कहीं तो रोड ही धंस गई। दो दिन की बारिश में नगर निगम के दावों की पोल खुल गई। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वे सतर्क और सावधान रहें। सुरक्षित स्थान में शरण लें, पेड़ के नीचे ना रहें, बिजली के खंभों से दूर रहें। किसान अपने खेतों में ना जाएं और मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें। राजधानी में शुक्रवार को 143 एमएम की बारिश ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया। सुबह जब लोग उठे तो सड़कों और गलियों में पानी भरा था। कई जगह सड़कें धंस गईं तो नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत किए गए कार्यों की पोल भी खुल गई।
नगर निगम के दावों की खुली पोल
नगर निगम ने दो घंटे में पानी निकाल देने का दावा किया था लेकिन पहली ही बारिश में 9 घंटे लग गए। सबसे अधिक परेशानी नामामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत खोदी गई सड़कों के धंसने और गड्ढों पर पानी भरने से हुई। बोरिंग रोड में कई जगह संड़क धंस गई। कंकड़बाग अंचल में एनबीसीसी पंप और योगीपुर डीपीएस बारिश रुकने के डेढ़ घंटे बाद चलाया गया। वहीं सैदपुर डीपीएस का आउटलेट टूटने से नाले का पानी वापस आने लगा। ऐसे में जहां बारिश का पानी दो से तीन घंटे में निकल सकता था, वहां पांच से 9 घंटे लग गये। जहां ड्रेनेज नेटवर्क नहीं है, वहां पानी लगा हुआ है।
जलजमाव होने पर करें शिकायत
पटना नगर निगम की ओर से बरसात के बाद किसी क्षेत्र में जलजमाव की समस्या होने पर क्यूआरटी द्वारा 2 घंटे में स्थिति को बेहतर बनाया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे 155304 पर शिकायत दर्ज कराएं। नगर निगम की टीम कार्रवाई करेगी। निगम का हेल्पलाइन और क्यूआरटी 24 घंटे सक्रिय है। वैसे बीते दो-तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने लोगों को गर्मी से तो निजात दी है। लेकिन जलभराव जैसी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है।