मधुबनी
मधुबनी जिले के लौकही बाजार के हार्डवेयर व्यवसायी भीमसेन घिड़िया के घर मंगलवार रात करीब एक बजे डकैतों ने हमला बोल दिया। डकैतों ने करीब दो लाख 30 हजार रुपये नकद और आभूषण सहित करीब 33 लाख की संपत्ति लूट ली। लूट के दौरान डकैतों ने बमबाजी और फायरिंग की। गृहस्वामी के पिता और पत्नी से मारपीट भी की। आरोप है कि पुलिस के सामने डकैत बमबाजी करते रहे लेकिन थानाध्यक्ष कार्रवाई की बजाय मूकदर्शक बने रहे।
गृहस्वामी ने बताया कि वे लोग खाना खाकर सो रहे थे। रात करीब एक बजे डकैत गैस कटर से दरवाजे काट रहे थे, तो उनके पिता की नींद खुली। उन्होंने कहा कि कहीं आग लग गई है। वह पिता की आवाज पर छत से नीचे आने लगे तो देखा कि कुछ हथियारबंद लोग अंदर प्रवेश कर रहे हैं। डकैत उसे देखकर रुकने को कहा, लेकिन वह किसी तरह बाहर भागकर शोर करने लगे। दहशत फैलाने के लिए डकैतों ने एक दर्जन से अधिक बम फोड़ा और कई गोलियां चलायीं।
गृहस्वामी ने बताया कि डकैतों की संख्या 20 से 25 के करीब थी। कुछ लोग गमछा तो कुछ मास्क और कुछ लोग अपना चेहरा खोले हुए थे। वे लोग मैथिली, बंगाली और यूपी की भाषा बोल रहे थे। जब घर व तिजोरी का चाबी गृहस्वामी के पिता सावरमल घिड़िया ने देने से इंकार किया तो डकैत उसे घसीटते हुए सड़क पर ले आया और मारपीट कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। गृहस्वामी की पत्नी को भी डकैतों ने पीटा।
थानाध्यक्ष के सामने डकैत फोड़ते रहे बम
डकैती की सूचना पर लौकही थानाध्यक्ष सुरेन्द्र पासवान पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उनके समक्ष भी डकैतों ने बम फेंका लेकिन थानाध्यक्ष ने कार्रवाई नहीं की। थानाध्यक्ष के रवैये से नाराज लौकही बाजार के व्यावसायी और आसपड़ोस के ग्रामीणों ने बाजार बंद कर विरोध जताया। सभी थानाध्यक्ष पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। इधर, सूचना के बाद फुलपरास के एसडीओ अभिषेक कुमार, डीएसपी दुर्गा शक्ति तथा इंस्पेक्टर राजेश कुमार के अलावा अनुमंडल के कई थाने के पुलिसकर्मी वहां पहुंचे। डीएसपी ने बताया कि शीघ्र कांड से जुड़े अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा।