पटना
जिलों का दौरा कर विधानसभा टीम बिहार की विरासत सहेजने का मास्टर प्लान बनाएगी। पहले चरण में आठ जिलों के दौरे पर बिहार विरासत विकास समिति के सभापति व सदस्य हैं। 8 व 9 जून को को नालंदा, पावापुरी, राजगीर, तेल्हाड़ा व जिले के अन्य स्थानों की धरोहरों का टीम जायजा लेगी। इसके बाद अधिकारियों संग बैठक कर पिछले तीन साल के कार्यों की समीक्षा के साथ ही जरूरत की योजनाओं का समेकन करेगी। पहले चरण में नालंदा के साथ ही बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद व गया की विरासतों को टूरिस्ट फ्रेंडली बनाने के लिए आवश्यक जानकारियों के साथ ही जरूरतों का आकलन करेगी। जबकि, पटना व भोजपुर का दौरा टीम कर चुकी है।
बिहार विरासत विकास समिति के सभापति डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि गया, बोधगया, नालंदा, पश्चिम चंपारण, वाल्मीकिनगर व अन्य पर्यटक स्थलों के विकास व सौंदर्यीकरण का गहराई से अध्ययन किया जाना है। केन्द्र की ‘प्रसाद’ योजना के तहत राज्य के किन-किन जिलों के पर्यटन स्थलों को विकसित कराने का प्रस्ताव कब-कब भेजा गया है। पर्यटन स्थलों तक आने-जाने के लिए सुलभ यातायात व्यवस्था की जाएगी। रोप-वे निर्माण के साथ ही इको-टूरिज्म के विकास के लिए कौन-कौन कार्य किये गये हैं। योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए दी गयी राशि की निगरानी के लिए विशेष रणनीति बनायी जाएगी।
आपदा संरक्षण सभापति ने बताया कि बाढ़, भूकंप, आग, वज्रपात जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए क्या कदम उठाये गये। साथ ही, और क्या करने की जरूरत है, इसका पता लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से विरासत के स्थल प्रभावित हो रहे हैं। हो रहे नुकसान की भरपाई आवश्यक है।
युवा रोजगार पर फोकस
आधारभूत संरचना, युवा रोजगार, सरकारी नियोजन, महिला सशक्तीकरण सहित अन्य जनहित मामलों को और अधिक उपयोगी बनाने के लिए कौन-कौन योजनाएं ली गयी हैं। साथ ही, और क्या करने की आवश्यकता है। इन मसलों पर मंथन कर रणनीति तय की जाएगी।
8 विभाग अलर्ट
टीम की दौरा को लेकर आठ विभागों के अध्यक्षों को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है। विधान सभा के निदेशक पवन कुमार सिन्हा ने आठों जिलों के डीएम को पत्र लिखकर टीम को उनके कार्य सफलता में मदद करने का आदेश दिया है। शिक्षा, ऊर्जा, भवन निर्माण, पीएचईडी, नगर विकास व आवास, कला संस्कृति एवं युवा, पर्यटन और विधि विभागों को सूचना दी गयी है। तीन-चार जून को बक्सर, चार-पांच को कैमूर, पांच-छह को रोहतास, छह-सात को औरंगाबाद, सात-आठ को गया और आठ-नौ जून को नालंदा का दौरा टीम करेगी।
मेन प्वाइंट्स
● पहले चरण में 8 जिलों के दौरे पर हैं बिहार विरासत विकास समिति की टीम
● नालंदा, पावापुरी, राजगीर, तेल्हाड़ा व अन्य स्थानों की धरोहरों का टीम लेगी जायजा
● तीन साल के कार्यों की समीक्षा के साथ जरूरत की योजनाओं का करेगी समेकन
टीम में ये सदस्य होंगे शामिल
पर्यटन संभाग की एसडीसी गायत्री कुमारी ने बताया कि टीम में सभापति डॉ. प्रेम कुमार के अलावा सदस्य रामप्रवेश राय, विनय बिहारी, राजेश कुमार, विद्यासागर केशरी, पवन कुमार यादव, ऋषि कुमार, विश्वनाथ राम, विजय कुमार सिंह उर्फ डब्ल्यू सिंह व अमन भूषण हजारी शामिल रहेंगे।
नये स्थलों का चयन पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किये जाने की क्षमता रखने वाले अन्य स्थानों की सूची बनायी जाएगी। ताकि, वहां मूलभूत सुविधाएं बहाल कर छुपी धरोहरों को दुनिया के समक्ष लाया जा सके।