पटना
पूर्णिया एयरपोर्ट पर सियासत जारी है। आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। अब पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र की योजनाओं में सहयोग करने की तत्परता भी नहीं दिखाते हैं। यदि ऐसा न होता तो पूर्णिया हवाई अड्डा 4 साल पहले चालू हो गया होता।
जमीन देने में हुई देरी
सुशील मोदी ने जारी बयान में कहा कि पूर्णिया हवाई अड्डे के लिए जमीन देने में देर की गई। दक्षिणी छोर के बजाय उत्तरी छोर पर जमीन दे दी और 15 एकड़ अतिरिक्त जमीन देने का मामला सुलझाने में दो साल लगा दिये गए। केंद्र सरकार ने दरभंगा हवाई अड्डा चालू कराया। पिछले साल 6 लाख यात्रियों ने इसका उपयोग किया और पांच शहरों के लिए सीधी विमान सेवा देने वाला यह हवाई अड्डा आज देश के सर्वाधिक व्यस्त हवाई अड्डों में है। इसके विस्तार के लिए केंद्र सरकार ने 920 करोड़ दिये हैं। आरोप लगाया कि दरभंगा हवाई अड्डे के लिए जमीन देने में भी बिहार सरकार ने दो साल देर की थी।
पूर्णिया में राज्य का चौथा हवाई अड्डा
आपको बता दें हाल ही में पूर्णिया में नागरिक विमान सेवा शुरू करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) और बिहार सरकार के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ है। पटना, गया, दरभंगा के बाद अब पूर्णिया से भी यात्री विमान के जरिए दूसरे शहर तक जा सकेंगे। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने ट्वीट कर यह जानकारी दी थी।
2 हजार करोड़ का आएगा खर्च देश की हवाई सीमाओं से सीमांचल को जोड़ने का रास्ता भी साफ हो गया है। अब पूर्णिया में राज्य का चौथा एयरपोर्ट बनेगा।पूर्णिया एयरपोर्ट निर्माण और दरभंगा एयरपोर्ट के विकास पर करीब 2 हजार करोड़ का खर्च होगा। नये एयरपोर्ट के निर्माण से सीमांचल व उसके आसपास के लोगों को व्यापार और यातायात सहित अन्य सुविधाएं मिल सकेंगी।