पटना
बिहार पुलिस की एसटीएफ को महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है. एसटीएफ ने 5 लाख के घोषित इनामी नक्सली और उत्तर बिहार पश्चिमी जोनल कमेटी के सचिव राम बाबू राम उर्फ राजन और जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज को गिरफ्तार कर लिया है. बिहार पुलिस की एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि एसटीएफ द्वारा अब तक की की गई गिरफ्तरियों की सूची में यह दो अत्यंत महत्वपूर्ण कुख्यात वांछित नक्सलियों के नाम हैं. एसटीएफ की एक विशेष टीम के द्वारा इन दोनों को गिरफ्तार किया गया है.
राम बाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल जी मोतिहारी के मधुबन थाना क्षेत्र के कृष्णनगर टोला बंजरिया का रहने वाला है. जोनल कमांडर रामबाबू पासवान उर्फ धीरज जी शिवहर जिले के तरियानी थाना क्षेत्र के तरियानी छपरा गांव का रहने वाला है. रामबाबू राम उर्फ राजेंद्र प्रहार की गिरफ्तारी को बिहार पुलिस एक महत्वपूर्ण कामयाबी मान रही है. राम बाबू राम उर्फ राजन साल 2001 से लगातार फरार चल रहा था. यह कुख्यात और वांछित नक्सली है. इसकी नक्सली गतिविधियों में सक्रियता के कारण ही बिहार सरकार ने साल 2013 में इसके खिलाफ 5 लाख का इनाम घोषित किया था.
बिहार पुलिस की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयासरत थी. राम बाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल जी के खिलाफ मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, बगहा, गया में आधा दर्जन संगीन मामले दर्ज हैं. नक्सली राम बाबू राम उर्फ राजन के खिलाफ मुजफ्फरपुर और बगहा में संगीन मामले दर्ज किए गए हैं. रामबाबू पासवान उर्फ धीरज जी गंभीर अपराध के मामलों के अलावा नक्सली घटनाओं के 22 कांडों का आरोपित रहा है.
बिहार पुलिस मुख्यालय के अनुसार इन दोनों नक्सलियों के पास से दो एके-47 राइफल के अलावा भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. बिहार एसटीएफ ने गंडक दियारा इलाके से गिरफ्तारी के बाद इन दोनों वांछित नक्सलियों से लंबी पूछताछ की है, जिससे कई कांडों के उद्भेदन की संभावना जताई जा रही है.