गर्मी के कारण आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त।
कुछ स्थानाें पर भीषण लू की आशंका काे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया।
पटना जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में गर्मी की छुट्टी 24 जून तक बढ़ाई गई।
भीषण गर्मी और लू चलने के कारण राज्य में बीमार लोगाें की संख्या बढ़ी।
बारिश की कमी और प्रचंड गर्मी के कारण बिहार में धान की खेती प्रभावित हुई।
पटना:
प्रदेश में भीषण गर्मी और लू के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।अधिकांश स्थानों का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। पिछले 24 घंटाें के दौरान 44.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ शेखपुरा राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा। मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज राेहतास, कैमूर, औरंगाबाद, अरवल और जहानाबाद जिले में अत्यधिक भीषण लू चलने की आशंका है। इसे लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, पटना, नालंदा, शेखपुरा, बांका, बेगूसराय, लखीसराय, खगड़िया और जमुई जिले में कुछ स्थानाें पर भीषण लू की आशंका काे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा गया, भागलपुर और मुंगेर जिले में भी उष्ण लहर चलने का अलर्ट है। माैसम विज्ञान केन्द्र पटना से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले अड़तालीस घंटों के दौरान तापमान में किसी विशेष परिवर्तन की सम्भावना नहीं है। इसके बाद अगले तीन दिनाें के दौरान अधिकतम तापमान में दाे से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।वहीं दूसरी तरफ लगातार पड़ रही भीषण गर्मी और लू चलने के कारण प्रदेश में बीमार लोगाें की संख्या बढ़ी है। पटना, मुजफ्फरपुर,दरभंगा और गया समेत अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में बड़ी संख्या में लू लगने से गंभीर रूप से बीमार मरीज पहुंच रहे हैं।आपदा प्रबंधन विभाग ने भीषण गर्मी काे देखते हुए लोगाें से दिन के समय तेज धूप में नहीं निकलने की अपील की है। लू से बचाव काे लेकर लोगाें से भरपूर पानी पीने और हल्के रंग के कपड़े पहने की अपील की गयी है। इधर, पटना जिला प्रशासन ने जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट विद्यालयाें में गर्मी की छुट्टी 24 जून तक बढ़ादी है। इस दौरान आंगनबाड़ी केन्द्र भी बंद रहेंगे।माैसम विभाग ने कहा है कि प्रदेश में एक जून से पन्द्रह जून तक मानक से तिरासी प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 57.2 मिलीमीटरबारिश हाेनी थी लेकिन मात्र 9.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। इधर,बारिश की कमी और प्रचंड गर्मी के चलते बिहार में धान की खेती प्रभावित हुई है।राज्य में लक्ष्य का सिर्फ इक्कीस फीसदी बिचड़ा ही डाला जा सका है।