आरा
आरा में मद्य निषेध विभाग में सिपाही पद के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा में 45 मुन्ना भाई पकडे गए। इनके पास से बड़ी संख्या में मोबाइल, ब्लूटूथ डिवाइस, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं। पुलिस ने सबको हिरासत में ले लिया है। 2 परीक्षार्थियों के ओएमआर शीट लेकर फरार हो जाने की सूचना है। डीएम राजकुमार और एसपी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में विभिन्न केंद्रों पर छापेमारी की गयी।
जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ये लोग शहर के 10 शिक्षा संस्थानों पर उच्च टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर परीक्षा में नकल कर रहे थे। जिन परीक्षार्थियों को पकड़ा गया उनमें डीके कार्मल रेजिडेंशियल हाई स्कूल में 2 विद्यार्थी धराए। उनके पास से एक मोबाइल, एक ब्लूटूथ मिला। जीन पॉल हाई स्कूल से 6 विद्यार्थी पकड़े गए।। छत्रिय प्लस टू स्कूल से 14 विद्यार्थी धराए। इसके अलावा एस बी प्लस टू हाई स्कूल में 1 विद्यार्थी को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़ा गया। टाउन प्लस टू स्कूल में 1 विद्यार्थी को मोबाइल के साथ पकड़ा गया। इसके अलावा संजय गांधी कॉलेज धरारा में 2 विद्यार्थी ओएमआर शीट तथा कॉपी लेकर भाग गए। उनकी तलाश की जा रही है।
आरा के जगजीवन कॉलेज में 5 परीक्षार्थियों को चीट, ब्लूटूथ, मोबाइल के साथ तैनात गार्ड ने दबोच लिया। डीके कार्मेल पब्लिक स्कूल मौला बाग पकड़ी में 3 विद्यार्थी धराए। आरके अकैडमी चंदवा में 11 विद्यार्थी पकड़े गए। इसके अलावा राजकीय श्री जैन कन्या पाठशाला प्लस टू हाई स्कूल में 2 विद्यार्थियों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ गिरफ्तार किए गए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी इनसे पूछताछ कर रहे हैं। बताया गया है कि सभी विद्यार्थी हॉल के अंदर परीक्षा दे रहे थे। बाहर से इन्हें कोई तीसरा व्यक्ति उत्तर बता रहा और यह लोग परीक्षा में प्रश्नों के जवाब दे रहे थे।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सिपाही भर्ती परीक्षा में चोरी करने के लिए एक बड़ा गिरोह बिहार के अंदर काम कर रहा है। यही गिरोह हाईटेक तरीके से विद्यार्थियों को परीक्षा में छोरी करवाता है। इसके बाद में बड़ी रकम की वसूली होती है। पकड़े गए लोगों से पूछताछ के आधार पर इसके बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक को पुलिस खंगाल रही है।
शनिवार शाम को सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने के संदेह में पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। तीनों को संदिग्ध स्थिति में सर्टिफिकेट लेते-देते पकड़ गया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। सभी शहर में एक जगह सड़क किनारे एक-दूसरे को सर्टिफिकेट दे रहे थे। तभी पुलिस पहुंच गयी और सभी को पकड़ लिया। उनसे पूछताछ और जांच की जा रही है।
35 केंद्रों पर हुई परीक्षा
जिले में परीक्षा को ले 35 केंद्र बनाए गये हैं। इसमें 23 हजार 300 अभ्यर्थी शामिल हुए। अभ्यर्थियों की रिपोर्टिंग का समय सुबह आठ से नौ बजे तक निर्धारित किया गया था। जिला प्रशासन ने कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन को लेकर सभी तैयारी की गई। केन्द्राधीक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया गया ताकि कदाचार मुक्त परीक्षा हो सके। उसके बाद भी डीएम एसपी की छापेमारी में इतने लोग पकड़े गए।