पटना
लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी को लेकर बीजेपी ने सियासी समीकरणों को साधना शुरू कर दिया है। और 2024 के सियासी संग्राम में छोटे दलों को अपने साथ लेकर चलने की तैयारी है। फिर वो बिहार हो या यूपी। इस कड़ी में 18 जुलाई को दिल्ली में होने वाली NDA की बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुद चिट्ठी लिखकर लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवाल और हाल ही में बिहार महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल हुए HAM के संरक्षक जीतन राम मांझी को शामिल होने का आमंत्रण भेजा है। लेकिन इस लिस्ट में दो नाम छूट गए। एक नाम है नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से अलग होकर नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा और वीआईपी चीफ मुकेश सहनी का।
क्या उपेंद्र कुशवाहा को लगेगा झटका?
ऐसे में अब भी दोनों नेताओं को जेपी नड्डा की चिट्ठी का इंतजार है। उपेंद्र कुशवाहा ने तो अप्रैल माह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। इस बैठक में कुशवाहा के साथ बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल भी मौजूद रहे थे। जिसके बाद से RLJD के एनडीए में शामिल होने की अटकलों को बल मिला था। हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा की सुरक्षा भी बढ़ाई गई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई प्लस सुरक्षा दी है। जिसके बाद लगने लगा था कि जल्द ही उपेंद्र कुशवाहा एनडीए का हिस्सा होंगे।
लेकिन उन्हें तो एनडीए की उस बैठक का न्यौता तक नहीं आया। जिसके लिए चिराग पासवान को आमंत्रण भेजा गया। जबकि वो अभी तक एनडीए का हिस्सा नहीं है। भले ही जेपी नड्डा ने चिट्ठी में लोजपा (आर) को एनडीए का सहयोगी बताया है। वैसे जब से सम्राट चौधरी को बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। तब से उपेंद्र की अहमियत कम होती दिखी है। शायद यही वजह है कि उपेंद्र कुशवाहा को अभी तक बैठक में शामिल होने का कोई कॉल नहीं आया है। उनसे आगे मांझी और चिरााग पासवान निकल गए हैं।
मुकेश सहनी को भी नहीं आया न्यौता
वहीं दूसरी तरफ वीआईपी चीफ मुकेश सहनी को भी बीजेपी की तरफ से एनडीए की 18 जुलाई को होने वाली बैठक में शामिल होने का निमंत्रण नहीं भेजा गया है। वो भी वेटिंग लिस्ट में चल रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मुकेश सहनी को भी वाई प्लस सुरक्षा दी गई है। वैसे अभी तक मुकेश सहनी न्यूट्रल मोड में चल रहे हैं। और आशंका जताई जा रही है कि विकासशील इंसान पार्टी पार्टी 25 जुलाई को फूलन देवी की शहादत दिवस पर राजधानी पटना में एक भव्य कार्यक्रम की योजना है। जिसमें सहनी किस गठबंधन के साथ जाएंगे उसकी घोषणा कर सकते हैं।