सिंदूरदान के तीसरे घंटे विधवा हो गई दुल्हन, दिल फटने से दूल्हे की मौत, हार्ट अटैक से भी खतरनाक है हार्ट रप्चर

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भागलपुर

भागलपुर में एक शादी समाराहो में उस समय चीख पुकार मच गयी जब शादी के चंद घंटे बाद दूल्हे की मौत हो गई। पेशे इंजीनयर दूल्हा अपनी जीवन संगिनी को विदा करवा कर साथ ले जाने का इंतजार कर रहा था कि अचानक बेहोश हो कर गिर पड़ा। परिजन उसे अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर ने उसे मृत करार दे दिया। डॉक्टर की घोषणा के साथ ही कोहराम मच गया। हाथ की मेहंदी सूखने से पहले दुल्हन का सुहाग उजड़ गया और उसकी मांग सूनी पड़ गई। मौत का कारण था दिल का फटना जिसे मेडिकल भाषा में हार्ट रप्चर कहते हैं।

31 साल का सॉफ्टवेयर इंजीनियर दिलीप प्रकाश। वह शेरवानी में था। पैर रंगे हुए थे। बुधवार की रात ही तो शादी हुई थी। विवाह भवन में शादी संपन्न हो गई थी पर माहौल नहीं बदला था। जयमाला के लिए बने माला के फूल अभी भी ताजे दिख रहे थे। लड़के और लड़की के परिवार वाले आपस में बातचीत में लगे थे। दुल्हन को विदा करा घर लाने वाला था दिलीप प्रकाश। ईश्वर की मर्जी कुछ और ही थी।
जिन दोनों घरों में खुशियों का माहौल था, वहां मातम फैल गया। कुछ ही घंटे पहले दूल्हा बने दिलीप की अचानक मौत हो गई। गुरुवार की सुबह तबीयत बिगड़ने पर दिलीप को इलाज के लिए मायागंज स्थित अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया।

एक दिन पहले भी हुई थी दर्द की शिकायत

परिजनों ने बताया कि शादी के एक दिन पहले भी दिलीप को सीने में दर्द की शिकायत हुई थी। एसिडिटी समझ कर उसे दवा दे दी गयी। इधर मायागंज अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि दिलीप हार्ट रप्चर यानी दिल फटने का शिकार बन गया। उसके दिल की झिल्ली में चारों ओर खून भर गया था। इसी वजह से तुरंत उसकी मौत हो गई।

भागलपुर के मातेश्वरी विवाह भवन में दिलीप और 25 साल की आयुषी की शादी हुई। पूरी रात राग रंग में बीता। वरमाला से सिंदूरदान तक वर वधु और परिजनों ने एंज्वाय किया। गुरुवार को करीब  8 बजे चाय के इंतजार में बैठे दूल्हे दिलीप प्रकाश  के सीने में अचानक तेज दर्द हुआ। दर्द से छटपटाता  वह कुर्सी से नीचे गिर गया। बेहोश दूल्हे दिलीप को परिजन मायागंज अस्पताल ले गए। रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया था।

घटना की सूचना पर प्रशिक्षु आईपीएस एएसपी अपराजित लोहान विवाह भवन और मायागंज पहुंचे। उन्होंने दोनों के परिजनों से बात की और घटना की जानकारी ली। दूल्हे की मौत की सूचना पर दोनों के परिवार के सदस्य भी मायागंज पहुंचे। दिलीप के पिता मुकुंद मोहन झा ने मायागंज में पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया है। उन्होंने बेटे की मौत के लिए किसी को दोषी नहीं बताया है। पुलिस आवश्यक कार्रवाी कर रही है।

दिल्ली में कार्यरत था दिलीप, चाईबासा की आयुषी से हुई थी शादी 

दूल्हा बनकर आया लाश बनकर ससुराल ले निकला। वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और दिल्ली में पदस्थापित था। उसकी शादी आयुषी से हुई थी। आयुषी मूल रूप से बांका के अमरपुर की रहने वाली है लेकिन उसके पिता झारखंड के चाईबासा में ही पिछले कई सालों से रह रहे हैं और वहीं अपना मकान भी बना लिया है। घटना के बाद से आयुषी का रो रो कर बुरा हाल है।

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