मुजफ्फरपुर
बागेश्वर धाम के पीठासीन धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की मुसीबत बढ़ गई है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना के सरमस्तपुर निवासी अधिवक्ता सूरज कुमार ने सोमवार को एसीजेएम सह सब जज-1 पश्चिमी के कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया गया है। इसमें राजस्थान के कुम्हार में 24 मार्च को ईश्वर से तुलना करने और भगवान हनुमान का अवतार समझने पर दिए गए बयान पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को आरोपी बनाया है।
अधिवक्ता ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर हिन्दू धर्मावलंबी को धोखा देकर हिंदुओं का सबसे बड़ा हितैषी बनने का आरोप लगाया है। अधिवक्ता ने बताया कि इससे हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंची है। अधिवक्ता ने बताया कि कोर्ट ने परिवाद को स्वीकार करते हुए सुनवाई की अगली तिथि 10 मई तय की है।
वहीं दूसरी ओर धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ में आरजेडी ने भी मोर्चा खोल दिया है। बिहार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि अगर बागेश्वर बाबा हिंदू- मुस्लिम को लड़वाने के लिए आ रहे हैं, तो मैं उनका विरोध करूंगा। एयरपोर्ट पर घेराव करूंगा। इसके बाद आरेजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि जिसका मन होता है, वही बाबा बन जाता है। ऐसे लोगों को जेल में होना चाहिए। जेल में नहीं हैं, यही अफसोस की बात है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग उन्माद फैलाने का काम करते हैं।
गौरतलब है कि धीरेंद्र शास्त्री राजधानी पटना के नौबतपुर के तरेर गांव स्थित भगवान राघवेंद्र की धरती पर 13 मई से लेकर 17 मई दरबार लगाएंगे। कयास लगाया जा रहा है कि इस दौरान प्रतिदिन कम से कम तीन लाख लोगों के आने की उम्मीद है। हालांकि उनके यहां आने से पहले ही सियासी तूफान मच गया है।