गया
गया के मैगरा कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में मिड डे मील खाने से 40 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोप लग रहे हैं कि सब्जी में छिपकली गिर गई थी। और फिर वहीं सब्जी बच्चों को खिला दी गई। जिसके बाद से सभी तबीयत बिगड़ने लगे। 40 छात्राएं बीमार पड़ गई। जिन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। जिनमें से 28 छात्राओं की तबीयत में सुधार हुआ है। और ठीक होकर घर चली गई हैं। वहीं 12 छात्राएं अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। सभी पीएचसी में भर्ची है। अभी सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
खाने में गिर गई थी छिपकली
रोज की तरह बुधवार को भी स्कूल में मिड डे मील बनी। छात्राओं को खाना दिया गया। खाना खाने के कुछ देर बाद ही सभी छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी। घटना की सूचना जैसे ही बच्चों के परिजनों को मिली सभी अस्पताल पहुंच गए। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि मिड डे मील का जो भजन बना था उसमें छिपकली गिर गई थी। और फिर वही खाना बच्चों के खिला दिया गया। जिसके चलते बच्चों की तबीयत बिगड़ी। वहीं स्कूल प्रशासन अभी तक इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठा है।
डीएम ने बनाई जांच टीम
वहीं इस पूरे मामले की जांच के लिए डीएम ने डीईओ और शेरघाटी एसडीओ के नेतृत्व में जांच टीम बनाई है। जो पूरे मामले की जांच करके रिपोर्ट डीएम को सौंपेगी। जिसके बाद घटना का सच सामने आ सकेगा। और ये पता चल सकेगा कि वाकई बच्चों को क्या जहरीला खाना खिलाया गया। वैसे ये कोई पहला मामला नहीं है। जब मिड डे मील खाने से बच्चों की तबीयत बिगड़ी हो। इससे पहले कई मामले सामने आ चुके हैं। लापरवाही खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही।