नई दिल्ली
देश भर में एक बार फिर से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. इसका सबसे अधिक असर स्कूल में पढ़ने वाले छोटे बच्चों के ऊपर हो रहा है. वार्षिक परीक्षाएं संपन्न होने के बाद अप्रैल के महीने में स्कूल संचालित की जा रही हैं. हालांकि कई अभिवावक फैसला नहीं ले पा रहें हैं कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अपने बच्चों को स्कूल भेजना कितना उचित होगा. इसी बीच महानगरों में स्कूलों ने कोविड को देखते हुए अपने स्तर पर दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं.
वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें. इसके साथ ही नोएडा और गाजियाबाद में बढ़ते केस के मद्देनजर मास्क पहनने के निर्देश दिए जा रहे हैं. स्कूल जाने वाले बच्चों को भी अपने स्वास्थय को ध्यान में रखते हुए दूसरे बच्चों से उचित दूरी बनाकर रखनी चाहिए. इसके साथ ही समय-समय पर अपने हाथों को सेनेटाइज करते रहना चाहिए.
टीकाकरण से संक्रमण का कम खतरा
ऐसे माहौल में राहत की बात यह है कि टीकाकरण से गंभीर बीमारी की संभावना कम हो जाती है. जब इंशान खुद सुरक्षित रहेंगे तो दूसरों को भी खतरा कम होगा. हालांकि प्रत्येक व्यक्ति को आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन करने की आवश्यकता है. लोगों को मास्क पहनना चाहिए और नियमित रूप से हाथ धोना चाहिए. वहीं प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोग बड़े उत्सवों में भाग लेने के दौरान और भीड़ भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें.