पटना
नालंदा में हुई हिंसा के बाद अब बिहारशरीफ और सासाराम में जिंदगी पटरी पर लौट रही है। आठ दिनों के बाद शनिवार को बिहारशरीफ और सासाराम दोनों जगहों पर इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं। नालंदा पुलिस ने संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। बजरंग दल के जिला संयोजक कुंदन कुमार समेत 11 आरोपियों ने शनिवार सुबह सरेंडर कर दिया। कुंदन ने दीपनगर थाने के तहत अपने अयोध्या नगर स्थित आवास पर आत्मसमर्पण किया।
बिहारशरीफ-सासाराम में पटरी पर जिंदगी
हालात यह हैं कि बिहारशरीफ और सासाराम में जिंदगी पटरी पर लौट रही है। लेकिन प्रशासन अब भी कड़ी नजर बनाए रखे हुए है। नालंदा के एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि बिहारशरीफ में निषेधाज्ञा जारी रहेगी और जिसकी रोजाना समीक्षा होगी। लेकिन कहीं भी चार से ज्यादा लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है.
9 भगौड़ों के खिलाफ कुर्की का वारंट
एसपी अशोक मिश्रा ने कहा कि पुलिस को नौ भगोड़ों के खिलाफ संपत्ति की कुर्की का वारंट मिला है। लहेरी थाना क्षेत्र के मथुरिया मोहल्ले के गगन दीवान में फरार आरोपियों के खिलाफ संपत्ति कुर्की की कार्रवाई शुरू हो गई है। जबकि बिहार थाना क्षेत्र में एक-एक कर फरार आरोपियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने कहा कि बिहारशरीफ में स्थिति सामान्य हो रही है और एक अप्रैल के बाद से किसी भी हिस्से से किसी हिंसक घटना की सूचना नहीं है।
बिहारशरीफ में अबतक 130 गिरफ्तार
प्रशासन ने दोपहर तीन बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति दी है। अब तक, बिहारशरीफ में, 130 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और घटनाओं के संबंध में 15 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम लगातार लोगों को सलाह दे रहे हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें। सोशल मीडिया की नियमित निगरानी की जा रही है, और लाउडस्पीकरों के माध्यम से अपील जारी की जा रही है। आपको बता दें बिहार शरीफ ने हाल के वर्षों में रामनवमी के दिन सबसे खराब दंगे देखे थे, जिसमें दुकानों, घरों और वाहनों को आग लगा दी गई थी। इससे एक की मौत हो गई और कई घायल हो गए। प्रशासन ने कस्बे में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी है और इंटरनेट बंद कर दिया था।
सासाराम में इंटरनेट सेवाएं बहाल
सासाराम में भी स्थिति सामान्य होने पर डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि प्रशासन लगातार सतर्कता बरत रहा है। इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं, लेकिन अफवाह फैलाने वालों को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर ज्यादा सतर्कता बरती जाएगी और फर्जी या नफरत फैलाने वाली जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले पर बीजेपी ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया है कि कुर्की की कार्रवाई में भेदभाव हो रहा है। एक वर्ग विशेष को खुश के लिए मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही।