पटना
बिहार विधानपरिषद की पांच सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न हो गई है। 37.25 से 80.24 फीसदी तक मतदान हुआ। गया स्नातक सीट पर 41.25 फीसदी मतदान हुआ, जबकि गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए 78.50 फीसदी मतदान हुआ। इसी तरह सारण स्नातक क्षेत्र के लिए 37.25 फीसदी और सारण स्नातक के लिए 68.70 फीसदी मतदान हुआ। सबसे अधिक मतदान कोसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए 80.24 फीसदी मतदान हुआ। निर्वाचन विभाग ने इसकी जानकारी दी।
विधान परिषद की पांच सीटों के लिए मतदान शुक्रवार सुबह 8 बजे शुरू हो गया था जो शाम 4 बजे तक चला। पांच सीटों पर कुल 48 उम्मीदवार मैदान में उतरे। जिनकी किस्मत अब बैलेट बॉक्स में बंद हो गई है। अब 5 अप्रैल को वोटों की गिनती होगी और परिणाम जारी किए जाएंगे। गया, सारण और कोसी क्षेत्र की विभिन्न सीटों पर चुनाव हुए। बीजेपी और महागठबंधन में कड़ा मुकाबला बताया जा रहा है।
बिहार विधान परिषद चुनाव में कुल 48 उम्मीदवार मैदान में हैं। कोसी, गया और सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से क्रमशः 7 ,12 और 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, सारण एवं गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 9 और 8 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि, मुख्य मुकाबला बीजेपी और महागठबंधन के उम्मीदवारों के बीच ही है। सबसे ज्यादा 1.19 लाख वोटर्स गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में हैं। यहां 141 पोलिंग बूथ बनाए गए ।
बता दें कि एमएलसी केदार नाथ पांडेय के निधन के बाद सारण शिक्षक सीट खाली हुई थी। इसके अलावा अन्य चार सीटों पर एमएलसी का कार्यकाल खत्म होने के बाद यहां चुनाव कराए गए।
बीजेपी-महागठबंधन में दिलचस्प मुकाबला
बीजेपी ने सभी पांचों सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं, महागठबंधन में शामिल जेडीयू ने 3 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। वहीं, आरजेडी और सीपीआई एक-एक सीट पर लड़ रही है।
अभी जिन पांच सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उनमें से बीजेपी का सिर्फ एक पर ही पहले कब्जा था। पार्टी इस बार एक से ज्यादा सीट पर जीत की रणनीति से मैदान में उतरी है। ताकि विधान परिषद में बीजेपी के सदस्यों की संख्या ज्यादा हो जाए और वह जेडीयू को पछाड़कर सदन में नंबर वन पार्टी बन जाए। विधान परिषद में अभी जेडीयू के 24 सदस्य हैं, जबकि बीजेपी के सदस्यों की संख्या उससे एक ही कम है। ऐसे में मुकाबला दिलचस्प हो रहा है।
गया स्नातक सीट पर निगाहें
बिहार विधान परिषद चुनाव में गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र पर खास नजर रहने वाली है। यहां सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने वाले पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के भाई पुनीत कुमार सिंह को यहां से आरजेडी ने मैदान में उतारा है। वे आरजेडी प्रदेशाध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं। उनका मुकाबला बीजेपी के अवधेश नारायण सिंह से है, जो सभापति रह चुके हैं।