पटना
बिहार में जाति आधारित गणना का दूसरा चरण 15 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। इस चरण में सारी जानकारी देने के बाद परिवार के प्रमुख शपथ लेंगे कि उनके द्वारा दी गई सारी जानकारी सही है। इस दौरान गणना करने वाले लोगों से 17 सवाल पूछे जाएंगे। जाति आधारित गणना का कार्य वही प्रगणक करेंगे, जिन्होंने पहले चरण में घरों और बसावटों की गिनती कर मकानों पर संख्या अंकित की है।
जाति आधारित गणना के दूसरे चरण के सर्वे का काम करने के लिए एक महीने का समय दिया जाएगा। इस सर्वे का काम मुख्य रूप से उन्हीं घरों में होगा, जिनकी पहले चरण के दौरान नंबरिंग हो चुकी है। नंबरिंग वाले घरों में प्रगणक पहुंच कर इनमें निर्धारित प्रश्नावली को लोगों से पूछकर जानकारी इकट्ठा करेंगे। इस आधार पर ही जाति गणना के साथ ही आर्थिक और सामाजिक सर्वे का काम भी पूरा किया जाएगा।
पहले चरण के तहत घरों की गणना करके उनकी नंबरिंग की जा रही है। अगर किसी स्थान या मोहल्ले में कोई घर या बसावट छूट जाते हैं या सड़क या नहर किनारे रहने वाले परिवारों की गणना नहीं की गई है, तो इसके लिए दोषी संबंधित कर्मी या पदाधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने इससे संबंधित निर्देश सभी जिलों को साफतौर पर जारी कर दिया है। जिन घरों या किसी भी तरह के बसावट में लोग रहते हैं, उनकी नंबरिंग किसी भी सूरत में छूटनी नहीं चाहिए। अगर ऐसी सूचना विभाग को मिलती है, तो इसके लिए दोषी पदाधिकारी को तुरंत शोकॉज किया जाएगा।
दूसरे चरण में लोगों से पूछे जाएंगे ये सवाल
– आपके परिवार के सदस्यों का नाम क्या है?
– आपके पिता या पति नाम क्या है?
– घर और परिवार का जो मुखिया है उससे आपका संबंध क्या है?
– आपकी आयु क्या है?
– आपका लिंग क्या है?
– आप शादीशुदा है या नहीं?
– आप किस धर्म से हैं?
– आपकी जाति क्या है?
– आप कितने पढ़े लिखे है?
– आप क्या करते है? इसकी पूरी जानकारी दें.
– आपकी आवासीय स्थिति क्या है, आप स्थायी तौर पर रहते है या अस्थायी?
– आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप है या नहीं?
– आपके पास किसी तरह के वाहन है या नहीं?
– आपके पास खेती लायक़ ज़मीन है या नहीं अगर है तो कितनी?
– आपके पास कितनी आवासीय भूमि है?
– आपके आय के कितने स्रोत है?