पटना
सफलता उम्र की मोहताज नहीं होती। संकल्प और जूनून से छोटी उम्र में भी बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले 29 वर्षीय मिस्बाह अशरफ ने यह बात अपनी उपलब्धियों से साबित की है। आज उनके फिनटेक स्टार्टअप ‘जार’ की चर्चा देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है। वर्ष 2023 के लिए जारी ‘फोर्ब्स 30 अंडर 30’ सूची में मिस्बाह अशरफ को जगह मिली है। इस सूची में जगह बनाने वाले बिहार के इकलौते युवा हैं। वे अपने स्टार्टअप से लोगों को छोटी बचत करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इनके एप के माध्यम से लोग औसतन दो हजार रुपये प्रतिमाह बचत कर डिजिटल सोना खरीद रहे हैं।
मिस्बाह बताते हैं कि उनका स्टार्टअप लोगों को छोटी-छोटी रकम से निवेश का अवसर देता है। वे बताते हैं कि मान लिजिए आप 44 रुपये का बाजार से कोई सामान खरीदते है और इसका भुगतान यूपीआई के माध्यम से करते हैं तो उनके स्टार्टअप एप के माध्यम से राउंड फिगर काटा जाता है। मतलब 50 रुपये काटे गए। इनमें से बचे हुए छह रुपये का डिजिटल सोना खरीदा जाता है। धीरे-धीरे उपभोक्ता के खाते में डिजिटल सोने के छोटे-छोटे हिस्से जमा होते जाते हैं।
पांच सौ करोड़ रुपये का निवेश
प्रतिदिन एप से लगभग तीन लाख से ज्यादा लेन-देन हो रहा है। कोरोना संक्रमण की गति धीमी पड़ने के बाद वर्ष 2021 में शुरु हुए इस स्टार्टअप को अब तक 500 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हो चुका है। मिस्बाह बताते हैं कि उनके स्टार्टअप से फिलहाल 110 लोगों को रोजगार मिला है। इनमें से ज्यादातर बिहार से जुड़े युवा हैं।
कश्मीर से अंडमान तक यूजर
बेंगलुरु मुख्यालय वाले फिनटेक स्टार्टअप ‘जार’ के सक्रिय सदस्य (यूजर) कश्मीर से अंडमान निकोबार तक फैले हैं। इस स्टार्टअप से अब तक 40 लाख सक्रिय यूजर जुड़ चुके हैं। इसमें से आधे यूजर टीयर वन शहरों में रहने वाले, 35 प्रतिशत यूजर टीयर 2 और शेष 15 प्रतिशत यूजर छोटे शहरों में रहने वाले हैं। जार के सह-संस्थापक बताते हैं कि उनका लक्ष्य अगले पांच साल में 5 करोड़ से ज्यादा उपभोक्ताओं को अपने एप से जोड़ना है।