पटना
पटना प्रमंडल के 62 डॉक्टरों पर कार्रवाई हो सकती है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के अंडर वाला स्वास्थ्य विभाग इनकी सेवा समाप्त कर सकता है। नीतीश सरकार की ओर से इन्हें चेतावनी भरा नोटिस जारी किया गया है। दरअसल, ये डॉक्टर लंबे समय से अपनी ड्युटी से गायब हैं। फिलहाल इन चिकित्सकों को ड्यूटी ज्वाइन करने का अंतिम मौका देते हुए नोटिस भेज कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस बाबत संयुक्त सचिव सुधीर कुमार की ओर से आदेश जारी किया गया है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार सभी चिकित्सक वर्ष 2017 से लेकर 2022 तक की अवधि में लगातार अनुपस्थित हैं। अनुपस्थित चिकित्सा पदाधिकारियों को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से स्पष्टीकरण देने का पहले ही अवसर दिया गया। सभी चिकित्सक पटना प्रमंडल के अधीन कार्यरत हैं। विभाग ने सभी 62 चिकित्सकों को चेतावनी देते हुए अनुपस्थिति के संबंध में एक पखवाड़े के अंदर मेल या हार्ड कॉपी के जरिए अपना स्पष्टीकरण विभाग को भेजने को कहा है।
अगर तय अवधि के भीतर चिकित्सकों ने कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया तो विभाग यह मानकर चलेगा कि उन्हें कुछ नहीं कहना है। फिर ऐसे चिकित्सकों पर विभाग एकतरफा कार्रवाई करेगा। गौरतलब है कि एक साल के भीतर विभाग ने सालों से अनुपस्थित सैकड़ों चिकित्सकों की सेवा समाप्त की है।