बिहार में ट्रेन रूट तस्करों के लिए सेफ जोन, राजधानी एक्सप्रेस से 4 करोड़ की अफीम और सोना बरामद

क्राइम ब्रेकिंग

मुजफ्फरपुर

आरपीएफ और डीआरआई की टीम ने बिहार के मुजफ्फरपुर जंक्शन पर खड़ी राजधानी एक्सप्रेस से अफीम और सोना का बड़ा खेप बरामद किया है। मौके से टीम ने राजस्थान के तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। तीनों गुवाहाटी से नई दिल्ली जा रहे थे। जब्त किए गए सोना और अफीम की कीमत लगभग 3.30 करोड़ बताई जा रही है। बरामद अफीम करीब 66 किलो है जबकि सोना लगभग 1 किलोग्राम है।

राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन की एसी टू टियर बोगी से राजस्थान के बीकानेर के राधेश्याम को पकड़ा गया। उसकी जींस की जेब से बिस्कुट के आकार का एक किलो 167 ग्राम सोना बरामद किया गया। जब्त सोना की कीमत 67 लाख रुपये आंकी गई है। उसपर एक्साइज एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। डीआरआई और आरपीएफ के अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। तस्कर ने गुवाहाटी के रास्ते म्यांमार से नई दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना भेजे जाने की जानकारी दी। कार्रवाई गुरुवार रात की है।

एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज

वहीं जोधपुर के प्रेम प्रकाश और सुभाष के पास से टीम ने 66 किलो अफीम बरामद किया। बरामद अफीम की कीमत तीन करोड़ तीस लाख रुपये आंकी गई है। दोनों एसी टू टीयर कोच में गुवाहाटी से नई दिल्ली जा रहे थे। जांच में दोनों के पास से दो ट्रॉली व एक पीठवाला बैग मिला। इसमें 67 पैकेट में अफीम रखी गयी थी। सभी पैकेट करीब एक-एक किलो के थे। एनडीपीएस एक्ट के तहत दोनों पर एफआईआर कराई गई।

आरपीएफ इंस्पेक्टर पीएस दुबे, गोकुलेश पाठक, रामबदन यादव व सुभाष पांडेय ने तीनों से पूछताछ की। तीनों ने खुद को कैरियर एजेंट बताया। गिरफ्तार युवकों ने कहा कि हमलोगों का काम गुवाहाटी से नई दिल्ली तक माल पहुंचाना था।

असम-दिल्ली वाली ट्रेनों का इस्तेमाल कर रहे हैं तस्कर

तस्कर सोना और मादक पदार्थ की तस्करी के लिए असम व दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। असम से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के एसी कोच से अबतक कई तस्कर पकड़े जा चुके हैं। बीते 14 सितंबर को आरपीएफ ने अवध असम के एसी कोच से सोने के छह बिस्कुट के साथ राजस्थान के तस्कर महेश कुमार को पकड़ा था। वह मोजे में 996 ग्राम के छह बिस्कुट छिपाकर यात्रा कर रहा था। सोना म्यांमार से असम मंगवाया गया था। इसके बाद महेश गुवाहाटी स्टेशन पर सोने के साथ ट्रेन में सवार हुआ था।

पूछताछ में पता चला कि सोना को दिल्ली के व्यवसायियों तक पहुंचा था। वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के न्यू अलीपुरद्वार स्थित जयगांव का निवासी था। उसके पास गुवाहाटी से दिल्ली का टिकट था।

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