पटना
पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी-पश्चिमी हवाओं के चलते बिहार में मौसम ने रंग बदला। शुक्रवार अलसुबह आई आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से उत्तर बिहार के कई जिलों में भारी तबाही हुई है। गेहूं, मक्का, दलहन, तिलहन व हरी सब्जियों, आम, लीची और केले की फसल को काफी नुकसान हुआ है। मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी व शिवहर के कई प्रखंडों में तो बर्फ की चादर बिछ गई। पटना और इसके आसपास आंशिक बूंदाबांदी हुई। वहीं, गोपालगंज व नवादा के कई प्रखंडों में तेज हवा के साथ बारिश हुई। मौसम में बदलाव से अधिकतम तापमान में तेजी से कमी आई है।
इस बीच, गोपालगंज और मधुबनी में ईंट-भट्ठे के पास ठनका गिरने से दो की मौत हो गई और पांच लोग झूलस गए। इधर, कृषि विभाग नुकसान के आकलन में जुट गया है। विभाग के संयुक्त निदेशक सांख्यिकी शंकर चौधरी ने बताया कि अभी तिरहुत प्रमंडल के कुछ जगहों पर नुकसान की सूचना है।
इन जिलों में ज्यादा नुकसान
तेज आंधी-बारिश और ओलावृष्टि का तिरहुत प्रमंडल के मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर जिलों में ज्यादा प्रकोप दिखा है। हालांकि नवादा और गोपालगंज जिलों में भी रबी की फसलों को नुकसान पहुंचा है।
पेयजल संकट से जूझ रहे किसानों की आंधी-बारिश ने तोड़ी कमर
बिहार के अधिकतर जिलों में लोगों पर दोहरी मार पड़ी है। गर्मी के कारण जलस्तर खिसकने से लोग कुछ दिनों से परेशान हैं। कई इलाकों में पानी का संकट बना हुआ है। वहीं गुरुवार और शुक्रवार को आई आंधी-पानी से फसलें बर्बाद हो गईं। सीतामढ़ी जिले में आंधी, बारिश व ओलावृष्टि से रबी फसलों को काफी क्षति हुई है।
रुन्नीसैदपुर प्रखंड क्षेत्र की आधा दर्जन से अधिक पंचायतों में तिलहन व दलहन फसलों को नुकसान हुआ है। खेतों में लगी सब्जियां बर्बाद हो गईं। आम के मंजर पर भी असर पड़ा है। दलहनी फसल के खराब होने की आशंका है। जिला प्रशासन ने कृषि विभग को क्षति का आकलन कर रिपोर्ट देने को कहा है। वहीं, शिवहर जिले के तरियानी प्रखंड में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से व्यापक नुकसान हुआ है। डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने बताया ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए एसडीओ के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है। पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के एक दर्जन प्रखंडों में भी फसलों को नुकसान हुआ है।
आम और लीची के मंजर को 30 फीसदी तक नुकसान
मुजफ्फरपुर में तेज हवा, बारिश व ओलावृष्टि ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया। अनुमान है कि आम व लीची के मंजर को 30 फीसदी तक नुकसान हुआ है। सकरा, औराई, गायघाट, कुढ़नी, मुशहरी आदि प्रखंडों में बारिश का काफी प्रभाव दिखा।
ओलावृष्टि से क्षति का आकलन कर राहत पहुंचाएः सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राज्य के विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि से हुई फसल और घरों की क्षति का सर्वेक्षण तथा आकलन कर लोगों को शीघ्र राहत पहुंचाने का निर्देश आपदा प्रबंधन विभाग एवं संबंधित जिलाधिकारियों को दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रभावित जिलों में सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग एवं कृषि विभाग द्वारा ओलावृष्टि से हुई घरों की क्षति एवं फसल नुकसान का सर्वेक्षण किया जा रहा है। सर्वेक्षण के बाद सभी प्रभावित आपदा पीड़ितों को अविलंब अनुमान्य राहत दी जायेगी।