पटना
देश की सियासत के साथ बिहार की राजनीति मे भी उथल-पुथल मची हुई है। आज लैंड फॉर जॉब घोटाले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सीबीआई के सामने पेश हुए। जिनसे पूछताछ जारी है। इस बीत जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। और केंद्रीय जांच एजेंसियों को मोदी सरकार का हथकंडा करार दिया।
2022 में हुए CBI को दिव्य ज्ञान
ललन सिंह ने कहा कि जो राहुल गांधी के साथ हो रह है वैसा ही तेजस्वी यादव के साथ हो रहा है। लैंड फॉर जॉब स्कैम में 2008 से 2014 तक कोई जांच नहीं हुई। 2020 तक भी सीबीआई-ईडी चुप बैठी रही, लेकिन जैसे ही नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हुए। वैसे ही सीबीआई और ईडी को दिव्य ज्ञान हो गया। जो फाइल बंद हो गई थी। वो 2022 में फिर से खुल गई। केंद्र सरकार सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल सिर्फ और सिर्फ विरोधियों को परेशान करने और दवाब बनाने के लिए कर रही है।
हड़बड़ी और बौखलाहट में लिया गया फैसला
वहीं राहुल गांधी की सांसदी रद्द होने के मामले पर ललन सिंह ने हमला बोला। उन्होने कहा कि राहुल की संसद सदस्यता रद्द करने का फैसला हड़बड़ी में लिया गया है। जो बीजेपी की हताशा को दर्शाता है। आने वाले चुनावों को लेकर बीजेपी डरी हुई है। और बौखला गई है। ललन सिंह ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई की लोकतंत्र में प्रक्रिया है। जिसके तरहत कार्रवाई की जाती है। लेकिन राहुल गांधी के खिलाफ महज 10 घंटे के अंदर ही कार्रवाही हो गई। जिसमें केंद्र भूमिका सक्रिय है। लेकिन जनता सब देख रही है। और सब जानती है। 2024 में केंद्र सरकार के एक-एक कदम का जवाब जनता देगी।