मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर में रेल पुलिस में तेल के खेल का खुलासा हुआ है। अधिकारियों की आंख में धूल झोंककर एक सिपाही विभाग के खजाने को तेल के नाम पर चूना लगा रहा था। शिकायत मिलने पर रेल एसपी कुमार आशीष ने रेल डीएसपी अतनु दत्ता से जांच कराई तो उसकी चोरी पकड़ी गई। दोषी पाए गए सिपाही संतोष कुमार को रेल एसपी ने सस्पेंड कर दिया है। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाही भी चलाने का आदेश जारी किया है। शातिर सिपाही संतोष के खेल का तरीका जानकर अधिकारी भी चौंक पड़े.
रेल एसपी कुमार आशीष ने बताया कि सिपाही संतोष कुमार पर ईंधन कूपन पर फर्जी हस्ताक्षर कर पेट्रोल पंप से डीजल के बदले नगद राशि लेने की शिकायत मिली थी। उसके आलोक में रेल डीएसपी से जांच कराई गई। जांच से स्पष्ट हुआ कि सिपाही संतोष कुमार तेल कुपन देकर उसके बदले नगद ले लेता है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
जांच में यह भी पता चला है कि संतोष का पदस्थापन परिवहन शाखा रेल पुलिस केन्द्र, मुजफ्फरपुर में नहीं था। इसके बाद भी वह व्यक्तिगत लाभ के उदेश्य से तत्कालीन प्रभारी परिचारी एएसआई सुनील कुमार सिंह के कहने पर परिवहन शाखा में काम कर रहा था। उसे इंधन कूपन के संचालन की जिम्मेदारी दी गई। शातिर संतोष इंधन कूपन जारी करने वाले राहुल कुमार का फर्जी हस्ताक्षर कर कूपन जारी कर लेता था। 31 दिसंबर 2022 और चार जनवरी 2023 के दो कूपन की जांच दोनों फर्जी कूपन पर संतोष कुमार ने लक्ष्मी चौक स्थित पेट्रोल पंप के नोजलमैन से मिलीभगत कर 16 हजार रुपये उठा लिये।
उक्त मामले को जब वर्तमान परिवहन परिचारी राहुल कुमार ने जांच कर उजागर किया तो तत्कालीन प्रभारी परिचारी एएसआई सुनील कुमार सिंह ने संतोष कुमार से 16 हजार रुपये लेकर पेट्रोल पंप को लौटा दिया। पंप के क्रेडिट रजिस्टर से उक्त बकाया राशि की जगह पेड लिखवा दिया। मामले में तत्कालीन एएसआई सुनील कुमार से भी जवाब तलब किया गया है।