बिहार से चंडीगढ़ ले गए और मार डाला, बेतिया की विवाहिता की मौत का क्या है सच?

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बेतिया में दहेज लोभियों ने दहेज के लिए विवाहिता को चंडीगढ़ ले जाकर मार डाला।  चंडीगढ़ में योगापट्टी के देवघरवा निवासी आशा कुमारी की हुई मौत को परिजनों ने हत्या करार दिया है । मौत के एक पखवारे बाद दहेज में सोने की चेन व बुलेट बाइक के लिए दूसरे प्रदेश में ले जाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। योगापट्टी थाने में आवेदन देने पहुँचे मृतका के परिजनों को थानाध्यक्ष द्वारा गाली दे भगाने की शिकायत एसपी के पास परिजनों ने की है ।

पुलिस अधीक्षक उपेन्द्रनाथ वर्मा ने बताया की योगापट्टी थानाध्यक्ष को विधि सम्मत कार्रवाई करने को कहा गया है। घटना के करीब 20 दिन बाद मायके वालों ने ससुराल वालों के खिलाफ योगापट्टी पुलिस से शिकायत किया है। योगापट्टी के मच्छरगावा निवासी लालबाबू साह की पत्नी तेतरी देवी ने शिकायत में बताया है कि उनकी पुत्री आशा कुमारी की शादी छह वर्ष पहले देवघरवा निवासी विक्रम साह के पुत्र भोला साह उर्फ राजीव साह से हुई थी । शादी के दो वर्ष बाद ससुराल वाले दहेज में सोने की चेन व बुलेट बाइक की मांग करने लगे। मांग पूरी नहीं होने पर रिश्तेदारों के साथ मिलकर उसे दूसरे प्रदेश में ले जाकर प्रताड़ित करने लगे। जिससे उसकी पुत्री कोमा में चली गई। छह जनवरी को चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

मृतक के भाई अखिलेश कुमार ने बताया कि ससुराल वालों ने इलाज कराने का तथ्य उन लोगों से छुपाया। जब उसके माता-पिता चंडीगढ गए तब तक उसकी बहन की मौत हो चुकी थी। उसके गर्दन और चेहरे पर जख्म का निशान था। पूछताछ करने पर आरोपी मायके वालों को गुमराह कर रहे थे। बाद में पूछताछ करने पर पता चला कि उसके बहन की हत्या की गई है।

बताया गया है कि चिकित्सा से संबंधित आवश्यक साक्ष्य भी मिटा दिए गए हैं। आठ जनवरी को शव योगापट्टी लाकर अंतिम संस्कार किया गया। इस मामले में मायके वालों ने पति भोला उर्फ राजीव साह, सास श्रीमती देवी, श्वसुर विक्रम साह, ननंद गुड़िया कुमारी, देवर भूलन कुमार, ननद पूनम देवी, नंदोई गौतम साह, ननद पुनीता देवी, नंदोई आकाश साह के खिलाफ थाना में आवेदन दिया है। इस बावत योगापट्टी थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रसाद ने बताया कि थाने से भगाने का आरोप गलत हैं ।

मृतक के भाई अखिलेश कुमार ने बताया कि ससुराल वालों ने इलाज कराने का तथ्य उन लोगों से छुपाया। जब उसके माता-पिता चंडीगढ गए तब तक उसकी बहन की मौत हो चुकी थी। उसके गर्दन और चेहरे पर जख्म का निशान था। पूछताछ करने पर आरोपी मायके वालों को गुमराह कर रहे थे। बाद में पूछताछ करने पर पता चला कि उसके बहन की हत्या की गई है।

बताया गया है कि चिकित्सा से संबंधित आवश्यक साक्ष्य भी मिटा दिए गए हैं। आठ जनवरी को शव योगापट्टी लाकर अंतिम संस्कार किया गया। इस मामले में मायके वालों ने पति भोला उर्फ राजीव साह, सास श्रीमती देवी, श्वसुर विक्रम साह, ननंद गुड़िया कुमारी, देवर भूलन कुमार, ननद पूनम देवी, नंदोई गौतम साह, ननद पुनीता देवी, नंदोई आकाश साह के खिलाफ थाना में आवेदन दिया है। इस बावत योगापट्टी थानाध्यक्ष मनोज कुमार प्रसाद ने बताया कि थाने से भगाने का आरोप गलत हैं ।

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