नई दिल्ली
महाराष्ट्र के कोल्हापुर से सुसाइड की हैरतअंगेज घटना सामने आई हैं. यहां के एक गांव में चार युवाओं ने आत्महत्या कर ली है. ये आत्महत्या पिछले दो महीनों के अंदर बैक-टू बैक की गई हैं. हैरान करने वाली ये बात भी है कि इन सभी ने सुसाइड से पहले अपने-अपने मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया था. रहस्यमयी तरीके से एक गांव के चार युवाओं की मौत ने पूरे इलाके में खौफ बरपा दिया है.
ये घटनाएं कोल्हापुर के वकारे गांव की हैं. ये एक बड़ा गांव है जहां करीब 1200 परिवार रहते हैं और यहां की आबादी 5 हजार से ज्यादा है. गांव में सुसाइड का पहला केस बीते दिसंबर 2022 में हुआ था. उसके बाद से तीन और युवाओं ने मौत को गले लगा लिया है.
इन चार युवाओं ने दी जान
तीन युवाओं ने जहर पीकर अपनी जान दी है. जबकि एक युवक ने फांसी के फंदे पर लटक कर मौत को गले लगाया. युवराज पवार ने 9 दिसंबर 2022 को सुसाइड किया था. इसके चार दिन बाद 13 दिसंबर को शुभम पवार ने अपनी जान दे दी. नए साल में भी अचानक मौत का ये डरावना क्रम नहीं टूटा और 17 जनवरी को नितिन मोरेने ने सुसाइड कर लिया. इसके बाद 31 जनवरी को विशाल कांबले ने अपना जीवन समाप्त कर लिया..
इन चारों ही मामलों में अब तक मौत का असल कारण सामने नहीं आ पाया है. लेकिन सभी केस में एक समानता है. जान गंवाने वाले चारों ही युवा हैं. सभी ने सुसाइड किया है. लेकिन क्यों किया है इसको लेकर अलग-अलग थ्योरी चल रही हैं.
कुछ लोगों का कहना है कि ये कोई काला जादू है. किसी ने मोबाइल फोन को वजह बताया है तो किसी ने श्राप कहा है. एक चौंकाने वाली बात ये भी सामने आई है कि इन सभी चार युवाओं ने सुसाइड करने से पहले अपने मोबाइल फोन को फॉर्मेट कर दिया था, यानी हर तरह का डेटा डिलीट कर दिया था. हालांकि, पुलिस की जांच कुछ और ही इशारा कर रही है.
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस ने इन सभी सुसाइड केस की जांच शुरू कर दी है. गांववालों में मौत को लेकर दहशत है, लिहाजा पुलिस उन लोगों को भी समझा रही है. पुलिस ने गांव जाकर गहनता से जांच की, लोगों से बातचीत की. पुलिस ने काला जादू या अंधविश्वास जैसे कारणों के चलते सुसाइड के दावों को खारिज किया है.