मधेपुरा
मधेपुरा में एमपी कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल की संदिग्ध मौत क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। एमपी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर ऐनुल्लाह (36) की मौत गुरुवार को हो गई। उनकी लाश कॉलेज की छत की रेलिंग से लटकी हुई पाई गई। बताया जा रहा है कि प्रोफेसर ऐनुल्लाह दोनों पैरों से दिव्यांग थे। पुलिस फिलहाल इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। दोनों पैरों से दिव्यांग होने के चलते उनके रेलिंग से लटककर सुसाइड किए जाने की बात लोगों के गले नहीं उतर रही है। उनकी मौत को लेकर किसी ने थाने में आवेदन नहीं दिया है। परिजन ने भी फिलहाल प्रोफेसर की हत्या की आशंका नहीं जताई है, लेकिन उनकी मौत को संदिग्ध मान रहे हैं।
प्रभारी प्राचार्य प्रो. ऐनुल्लाह थाना का शव गुरुवार को कॉलेज कैंपस में छत की रेलिंग से लटका मिला। पश्चिमी चंपारण जिले के सिकटा थाना अंतर्गत लठियाही गांव निवासी प्रो. ऐनुल्लाह ने पांच साल पहले संबद्ध कॉलेज एमपी कॉलेज ऑफ एजुकेशन चांदनी चौक में सहायक प्राध्यापक के रूप में ज्वाइन किया था। बुधवार रात कॉलेज कैंपस में रह रहे कई प्राध्यापक खाना खाकर सो गए। दो नाइट गार्ड भी कॉलेज कैंपस में थे।
गुरुवार सुबह कॉलेज की रेलिंग से प्रो. ऐनुल्लाह का शव लटका मिला। रेलिंग के पास ही व्हीलचेयर पड़ी था। प्रो. ऐनुल्लाह दोनों पैर से विकलांग थे। घटना की सूचना मिलते ही भर्राही ओपी प्रभारी रमेश कुमार रमण सहित पुलिस बल के साथ कॉलेज परिसर पहुंचकर मौके का जायजा लिया। एमपी कॉलेज में प्राचार्य का पद खाली रहने के कारण प्रो. ऐनुल्लाह ही प्रभारी प्राचार्य के पद पर काम कर रहे थे।