नई दिल्ली:तूफान “बिपरजॉय” आज शाम गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास टकराएगा

देश ब्रेकिंग विदेश हेल्थ

 

गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास टकराएगा।

प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार।

पश्चिमी रेलवे ने चक्रवात संभावित क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर कुछ ट्रेनों को रद्द किया।

 सुशांत कुमार पांडेय/नई दिल्ली:

भीषण चक्रवाती तूफान बिपरजोय के आज शाम को गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के पास टकराने की आशंका है। इस चक्रवात से बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार बिपरजॉय चक्रवात के गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच सौराष्ट्र और कच्छ और उससे सटे पाकिस्तान के तटों को पार करने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा है कि इसके प्रभाव से गुरूवार से चार दिन तक गुजरात में वर्षा होती रहेगी। कच्‍छ और सौराष्‍ट्र में कहीं तेज और कहीं बहुत भारी बारिश का अनुमान है। इस चक्रवात का सर्वाधिक प्रभाव कच्‍छ, जामनगर और देवभूमि द्वारका जिलों में होगा। इन जिलों के तटवर्ती इलाकों में तेज वर्षा हो सकती है। आज शाम स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।

गुजरात सरकार ने इस संभावित आपदा के दौरान आवश्यकता पड़ने पर वायु सेना, नौसेना, तटरक्षक और सेना की सहायता लेने का फैसला लिया है और आपदा प्रबंधन की तैयारियां भी जोरों पर हैं। एहतियात के तौर पर चक्रवात की आशंका वाले जिलों में चार हजार से अधिक होर्डिंग हटा दिए गए हैं। चक्रवात के कम होने के बाद बिजली आपूर्ति को तेजी से बहाल करने के लिए 597 कर्मियों की एक टीम बनाई गई है। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली बहाली प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अन्य जिलों से टीमों को बुलाया गया है। तटीय क्षेत्रों में चक्रवात से प्रभावित जिलों में सरकारी स्कूलों और कार्यालयों में आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं। इन आश्रयगृहों में भोजन, पानी और दवा जैसी जरूरी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इसके अलावा, आस-पास के क्षेत्रों में सार्वजनिक और निजी दोनों प्रकार के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई गई हैं।पश्चिमी रेलवे ने चक्रवात संभावित क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर कुछ ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया है।

तेज वर्षा या तूफान के कारण संचार प्रणाली में किसी भी संभावित व्यवधान को दूर करने के लिए सैटेलाइट फोन और हैम रेडियो सेवाओं को तैयार रखा गया है। इसके अलावा, मोबाइल सेवा ऑपरेटरों को निर्देश दिया गया है कि वे वैकल्पिक टावरों को चालू रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *