पटना
उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि ग्रामीण कार्य विभाग में 16 हजार नई नियुक्तियां होंगी। ये नियुक्तियां तकनीकी से लेकर सहायक कर्मचारियों तक के पदों पर की जाएगी। इसका मकसद विभाग में मानवबल की कमी को दूर कर ग्रामीण सड़कों का तय समय में निर्माण और बेहतर रखरखाव करना है। उपमुख्यमंत्री ने यह बातें ज्ञान भवन में बिहार ग्रामीण पथ विकास अभिकरण के 22वें आमसभा और विभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुये कहीं।
गौरतलब हो कि 31 मई को ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण पथों के रखरखाव का जिम्मा विभाग को खुद निभाने का निर्देश दिया था। इसके लिए जितने अभियंता व कर्मियों की दरकार हो, उनकी बहाली जल्द करने को कहा था। इसी के मद्देनजर डिप्टी सीएम सह विभागीय मंत्री तेजस्वी यादव की घोषणा के बाद शीघ्र ही बहाली की प्रक्रिया आरंभ होगी।
नीतीश कुमार ने दी थी जिम्मेदारी
उप मुख्यमंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने इस विभाग की जिम्मेदारी दी है, इसलिये उनकी कोशिश बेहतर तरीके से जिम्मेवारी निभाने की है। उन्होंने अभियंताओं और अधिकारियों से कहा कि उन्हें क्षेत्र में काम करने के दौरान किसी के दबाव में आने और गलत काम करने की जरूरत नहीं है। यदि ऐसी स्थिति हो तो इसकी सूचना विभाग के सचिव पंकज पाल के माध्यम से उनतक पहुंचाएं। समस्या का समाधान होगा। ईमानदारी से काम करें। मौके पर आम सभा में बिहार ग्रामीण पथ विकास अभिकरण की पिछली बैठक में पारित एजेंडा की पुष्टि की गई। साथ ही पिछले डेढ़ साल में विभिन्न कार्यकारिणी समिति की बैठकों में पारित 25 एजेंडा बिंदुओं को ध्वनिमत से पारित किया गया।
खराब सड़कें ठीक करें
उपमुख्यमंत्री ने अभियंताओं और अधिकारियों से कहा कि सबसे खराब सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर ठीक करें। सड़कों और पुलों के निर्माण की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। कई नए पुलों की टूटने की सूचना मिली है, इससे सरकार की बदनामी तो होती है, लेकिन उससे बड़ी चिंता आमलोगों के जान-माल के नुकसान को रोकना है। बहुत जल्द राज्य में हर जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉनिटरिंग क्वालिटी लागू करेंगे। इससे ग्रामीण सड़कों की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी। निर्देश दिया कि प्रत्येक महीने अधिकारियों और अभियंताओं के काम की मॉनिटरिंग कर उनकी रैंकिंग जारी की जाए।