पटना
ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे पर राजनीति शुरू हो गई। तीन ट्रेनों की टक्कर में 200 से ज्यादा लोगों की मौत होने के बाद लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफा मांगा है। इसके साथ ही राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने रेलवे के नए फीचर कवच पर भी सवाल उठाए हैं। कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग की है। दूसरी ओर, हादसे वाली जगह पर रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है, मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है।
आरजेडी ने शनिवार को ट्वीट कर रेलवे की नई कवच प्रणाली पर सवाल उठाए। पार्टी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का एक पुराना वीडियो शेयर किया, जिसमें वे वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में लगे कवच फीचर के फायदे के बारे में बता रहे हैं। आरजेडी ने लिखा, “कवच में भी कांड हो गया? मोदी सरकार के लिए बस ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेनों में ही इंसान चलते हैं! अगर रेल मंत्री में कुछ नैतिकता और आत्मग्लानि हो तो इतने परिवारों के बर्बाद होने पर तुरंत इस्तीफा दें!”
आरजेडी के आधिकारिक हैंडल से किए गए एक अन्य ट्वीट में इस हादसे को दुखद बताया गया। पार्टी ने कहा कि एक दौर था जब देश रेल मंत्री का नाम जानता था। रेल बजट अलग पेश होता था। रेलवे का निजीकरण नहीं हुआ था। युवाओं को रेलवे में लाखों नौकरियां मिलती थीं। अब कोई रेल मंत्री को नहीं जानता, सारी हरी झंडी केवल और केवल एक आत्ममुग्ध प्रचारमंत्री दिखाता है।
इसके अलावा कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी, बीआरएस समेत अन्य दलों ने भी कवच प्रणाली पर सवाल उठाते हुए रेल मंत्री से इस्तीफे की मांग की है।
क्या टल सकता था ओडिशा रेल हादसा, क्या है कवच प्रणाली?
नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में कवच प्रणाली को रेलवे में लाया गया। यह आधुनिक सिस्टम है, जिससे ट्रेन हादसों पर लगाम लगाई जा सकती है। यह प्रणाली ट्रेनों को डेंजर सिग्नल पार होने और ट्रेनों की टक्कर से सुरक्षा देती है। अगर एक ही पटरी पर दो ट्रेनें आ जाएं, तो कवच से ऑटोमैटिक ब्रेक लग जाते हैं। इससे हादसा टल जाता है। अभी वंदे भारत एक्सप्रेस समेत चुनिंदा ट्रेनों में यह सिस्टम लगाया गया है।
ओडिशा में तीन ट्रेनों की टक्कर होने के बाद इस बात पर चर्चा हो रही है कि क्या कोरोमंडल और हावड़ा एक्सप्रेस में कवच प्रणाली लगी हुई थी या नहीं। अभी रेलवे की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। बताया जा रहा है कि इन दोनों ट्रेनों में कवच सिस्टम नहीं था। अगर कवच होता तो शायद यह रेल त्रासदी बच सकती थी।
कैसे हुआ हादसा?
ओडिशा के बालासोर में बाहानगा रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार शाम को शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए। इसके बाद दूसरे ट्रैक पर हावड़ा-यशवंतपुर एक्सप्रेस भी उससे टकराकर पलट गई। एक मालगाड़ी की भी मौके पर टक्कर हुई है। तीन ट्रेनों के टकराने के बाद 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। वहीं करीब एक हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन कई घंटों से जारी है। मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है।