पटना
केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली सरकार को लेकर लाए गए अध्यादेश पर पूरी जदयू अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ी हो गई है। नीतीश कुमार के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अरविंद केजरीवाल के समर्थन में केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर हमला बोला है। ललन सिंह ने इसे अघोषित आपातकाल बताय है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री ने अध्यादेश लाकर यह साबित कर दिया कि देश में अघोषित आपातकाल है।
इसमें लोकतंत्र का कोई स्थान नहीं है। लेकिन उन्होंने यह भी दावा किया है कि 2024 में सबकुछ ठीक हो जाएगा।
जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कहा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय की संविधान पीठ ने दिल्ली में जनता द्वारा चुनी गयी श्री अरविंद केजरीवाल जी की सरकार के अधिकार को बहाल कर लोकतंत्र बहाल किया था। दिल्ली की सरकार को लोकतांत्रिक अधिकार दिया गया और पर्दे के पीछे से लेफ़्टिनेंट गवर्नर के माध्यम से केंद्र की सरकार द्वारा किये जा रहे शासन पर रोक लगा दी। वर्तमान केंद्र सकरार ने इसे धत्ता बताने के लिए नयी चाल चल दी।
ललन सिंह ने लिखा है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली लोकतंत्र विरोधी सरकार देश में है। अध्यादेश लाकर सरकार ने यह साबित कर दिया कि देश में अघोषित आपातकाल है और इसमें लोकतंत्र का कोई स्थान नहीं। आज साम, दाम, दंड का भरपूर इस्तेमाल कर किसी भी हालत में शासन करना ही मकसद रह गया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने ट्वीट में चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा है कि किसी को ग़लतफ़हमी नहीं होनी चाहिए। इस देश की जनता लोकतंत्र में विश्वास करती है और 2024 में लोकतंत्र स्थापित होगा। भाजपा मुक्त भारत बनना अब तय हो गया है। यह हर हाल में होकर रहेगा।
इससे पहले सीएम नीतीश कुमार ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद यही बात कही। उन्होंने कहा कि दिल्ली में चुनी हुई लोकप्रिय सरकार है। अरविंद केजरीवाल अच्छा काम कर रहे हैं। जनता ने इन्हें भारी बहुमत दिया है। तो राज्य के विकास के लिए काम करना इनका अधिकार है। तो कोई राज्य सरकार से यह अधिकार छीन लेगा। यह तो बहुत गलत बात है। इसके लिए जरूरी है कि विपक्षी एकता से इसका जवाब दिया जाए। राज्यसभा में अध्यादेश को पास नहीं होने देने के केजरीवाल के आह्वान को नीतीश कुमार ने अपना समर्थन दिया।