नई दिल्ली
कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद पर तीन दिनों तक चली खींचतान के बाद कांग्रेस ने सिद्धारमैया के पक्ष में फैसला लिया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सिद्धारमैया गुरुवार को ही सीएम पद की शपथ लेंगे। उन्हें फिलहाल अकेले ही शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद उनकी कैबिनेट पर विचार होगा। डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं, जिसकी रेस में स्वाभाविक रूप से डीके शिवकुमार हैं। हालांकि वह पार्टी पर दबाव बनाने के लिए कहते रहे हैं कि यदि उन्हें सरकार की कमान नहीं मिली तो वह सिर्फ एक विधायक रहेंगे।
इस बीच हाईकमान डीके शिवकुमार को मनाने में जुटा है। कहा जा रहा है कि आज शाम तक या फिर कल डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाए जाने पर फैसला हो सकता है। राहुल गांधी फिलहाल डीके शिवकुमार से बात कर रहे हैं और उन्हें राजी किया जा रहा है कि वह डिप्टी सीएम बन जाएं। डीके शिवकुमार को यह भी समझाया गया है कि सिद्धारमैया की उम्र हो गई है और अब आगे वही चेहरा होंगे। इसलिए वह डिप्टी सीएम पद पर राजी हो जाएं और बदले में उन्हें अहम मंत्रालय दे दिए जाएंगे।
इस तरह कुछ बड़े मंत्रालयों के साथ डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बन सकते हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान कर्नाटक में राजस्थान जैसे हालात नहीं पैदा होने देना चाहता। वहां 2018 में अशोक गहलोत सीएम बने थे और तब से ही सचिन पायलट से उनकी अनबन है। इसका असर इसी साल होने वाले चुनाव में भी दिख सकता है। यही वजह है कि कांग्रेस कर्नाटक में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार सभी को साथ लेकर चलना चाहती है। उससे यह संदेश जाएगा कि डीके शिवकुमार की भी अहमियत है और 2024 में भी एकजुटता से चुनाव लड़ने में मदद मिलेगी। डीके शिवकुमार के कुछ समर्थकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है ताकि सरकार में बैलेंस बना रहे।