अहमदाबाद
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गुजरातियों को लेकर विवादित कॉमेंट के बाद उनके खिलाफ अहमदाबाद की एक अदालत में याचिका दायर की गई है, जिस पर एक मई को सुनवाई होने जा रही है। यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है जब हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को गुजरात की एक अदालत ने ही 2 साल की सजा सुनाई है। उन्हें मोदी उपनाम पर टिप्पणी की वजह से आपराधिक मानहानि का दोषी पाया था।
बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ अहमदाबाद मेट्रो कोर्ट में याचिका दायर की गई है। आरोप लगाया गया है कि उन्होंने गुजरातियों को ‘ठग और ध्रूत’ कहा। याचिका में तेजस्वी पर गुजरातियों के अपमान का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। इस मामले पर अगली सुनवाई 1 मई को होगी।
ऑल इंडिया एंटी करप्शन एंड क्राइम प्रिवेंशन काउंसिल (गुजरात स्टेट) के हरेश प्राणशंकर मेहता ने तेजस्वी यादव के खिलाफ मानहानि याचिका दायर की है। मेहता ने अपनी शिकायत में कहा है कि तेजस्वी यादव के बयान से गुजरात के पूरे समाज और गुजराती लोगों का अपमान किया गया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने जानबूझकर ऐसा कॉमेंटकिया जिससे गुजरात के लोगों को मानसिक पीड़ा पहुंची है।
तेजस्वी यादव ने पिछले महीने नीरव मोदी को लेकर आई एक खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए गुजरातियों पर विवादित टिप्पणी की थी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘ठगी की अनुमति, देश के हालात में सिर्फ गुजराती ठग हो सकते हैं। उनके ठग को माफ किया जाएगा। एलआईएसी, बैंक का पैसा दे दो फिर वह भाग जाएगा तो कौन जिम्मेदार होगा। या भाजपाई भाग जाएं तो क्या होगा। आप तो जान ही रहे हैं, कितने लोग हैं इनके दोस्त, यार जो भ्रष्टाचार कर रहे हैं लेकिन इनका तोता पिंजरे से नहीं निकलता है।’