सेना पर रसूल बलियावी के बयान पर बोले CM नीतीश, कहा- कुछ-कुछ बोलने की आदत है, हम पूछेंगे और बतियाएंगे

लाइफस्टाइल विदेश हेल्थ

मुजफ्फरपुर

जदयू नेता रसूल बलियावी के सेना पर दिए बयान पर सीएम नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर में प्रतिक्रिया दी है। उन्होने कहा कि इस तरह के बयान पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। कुछ लोगों की बोलते रहने की आदत होती है। उन्होने कहा कि बलियावी से बाद में बात करेंगे। समाधान यात्रा के दौरान बलियावी के बयान की जानकारी जब मीडिया ने सीएम नीतीश को दी तब उन्होंने कहा कि अभी हमसे वो सब मत पूछिए।उन्होने कहा कि उनका पूरा ध्यान लगातार क्षेत्र में है। वे अभी क्षेत्र में घूम रहे हैं। एक-एक चीजों को देख कर रहे हैं और अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दे रहे है।

प्रधानमंत्री, बाबा रामदेव और बाबा बागेश्वर पर साधा निशाना
रसूल बलियावी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर पाकिस्तान के आतंकवादियों से निपटने में डर लग रहा है तो फौज में सिर्फ 30 परसेंट जगह मुसलमानों को दी जाए। जब पाकिस्तान मिसाइल बनाकर भारत को दिखा रहा था। तब कोई नागपुर से बाबा जवाब देने नहीं आए थे। एक मुसलमान का बेटा एपीजे अब्दुल कलाम ही सामने आया था।

यही नहीं बलियावी ने योग गुरु रामदेव बाबा और बाबा बागेश्वर पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि बाबा रामदेव का पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन है वे भारतीय नहीं हैं। इस मामले की जांच की जाए और उनकी संपत्ति की भी जांच हो। गुलाम रसूल बलियावी ने इस दौरान बाबा बागेश्वर पर भी हमला बोलते हुए कहा कि बागेश्वर हिंदू राष्ट्र बनाने की बात करता है। हमारे देश में ऐसे बहरूपिया की जगह नहीं है। नवादा के एक कार्यक्रम में बलियावी ने ये बयान दिए।

अपने स्टैंड पर कायम हैं रसूल बलियावी 
रसूल बलियावी के बयानों पर जारी सियासत के बीच वो अपने स्टैंड पर डटे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं बोला है। बलियावी ने बताया कि उन्होंने अपनी सेना, सेना के जज्बे और सम्मान का कही कोई अपमान नहीं किया है।

बलियावी ने कहा कि मैंने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्ता में बने लोगों से सवाल किया है। मेरा सवाल उनसे है जो आज के डेट में चीन का नाम लेने में भय खाते हैं। मेरा सवाल उनसे है जो अपने हर जुर्मों पर पर्दा डालने के लिए सेना का सहारा लेते है। ये भगौड़े लोग हैं जो सेना की वर्दी में अपना चेहरा छिपाना चाहते हैं और भारतीय सेना का अपमान करते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *