पटना
बिहार में पिछले कुछ समय से वरिष्ठ अधिकारियों की बदतमीजी सुर्खियां बटोर रही है। ताजा शिकार एक आईजी-रैंक का अधिकारी है, जिसने दो महीने की छुट्टी के लिए आवेदन किया है। आईजी होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज विकास वैभव ने सोशल मीडिया पर आहत भावनाओं को व्यक्त करते हुए लिखा कि अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के लिए पूरी कोशिश करने के बावजूद डीजी रैंक के अधिकारी से गालियां मिली है। भले ही उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं, लेकिन वह इस बारे में बोलने को तैयार नहीं थे।
आईजी विकास वैभव ने 2 महीने की छुट्टी का किया आवेदन
उन्होने ट्वीट कर लिखा मैंने 18 अक्टूबर, 2022 को आईजी (होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज) के रूप में जिम्मेदारी संभाली थी और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश कर रहा हूं। हालांकि, उसके बाद से हर दिन बेवजह डीजी मैडम से गालियां मिल रही हैं। आज वास्तव में आहत महसूस कर रहा हूं। उन्होंने बुधवार को एक बैठक में लगभग आधे घंटे तक डीजी (होमगार्ड और अग्निशमन सेवाएं) शोभा ओहोटकर द्वारा उनके खिलाफ इस्तेमाल की गई कथित अभद्र भाषा के विरोध में सोमवार से दो महीने की छुट्टी के लिए आवेदन किया है। शोभा ओहोटकर, जो डीजीपी पद की दौड़ में थी, उन्होने भी इस मामले पर बोलने से इनकार कर दिया।
DG शोभा ओहोटकर की डांट से बेहोश हो गए थे डीआईजी
हालांकि, होमगार्ड और अग्निशमन सेवाओं के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने पर कहा कि इसी तरह की घटना 20 जनवरी को भी हुई थी जब एक डीआईजी-रैंक के अधिकारी बिनोद कुमार कथित तौर पर अहोतकर की फटकार के बाद कार्यालय में बेहोश हो गए थे। होमगार्ड और अग्निशमन सेवाओं के अधिकारियों ने डीजी के व्यवहार के संबंध में गृह विभाग के अतिरिक्त गृह सचिव (एसीएस) से भी मुलाकात की है। उम्मीद है कि अब एसीएस हस्तक्षेप करेंगे, क्योंकि स्थिति बिगड़ती जा रही है।
यह तब हुआ है जब सरकार पहले से ही एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी केके पाठक द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अभद्र भाषा की जांच कर रही है, जो वर्तमान में मद्यनिषेध और उत्पाद विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) के रूप में तैनात हैं। (बीएएस) के अधिकारियों ने उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पाठक ने बाद में बैठक में टाले जा सकने वाले शब्दों के इस्तेमाल पर भी खेद जताया, लेकिन पूछताछ जारी है।
बिहार में बेलगाम अफसरशाही!
इससे पहले, एक अन्य वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हरजोत कौर को स्कूली छात्राओं के मुफ्त सैनिटरी नैपकिन के अनुरोध पर अपनी प्रतिक्रिया के बाद माफी मांगनी पड़ी थी और एक सरकार को भी एक बयान जारी करना पड़ा था कि पॉलिसी ते तहत यह पहले से ही स्कूलों में मुफ्त प्रदान किया जा रहा था। हरजोत कौर ने एक कार्यक्रम में कहा था कि आज, आप सैनिटरी पैड मांग रहे हैं, कल आप कंडोम मांगेंगे। जिस पर हंगामा खड़ा हो गया था। राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्हे नोटिस जारी किया था। हालांकि उनकी माफी ने मामले पर पर्दा डाल दिया था। हरजोत कौर एसीएस, खान और भूविज्ञान विभाग और बिहार महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक हैं।