सीवान
चोरी के आरोप में जेल में बंद एक कैदी हाथों में हथकड़ियां लगाए परीक्षा दे रहा है. वो हथकड़ी लगा इंटर का परीक्षा देने परीक्षा केंद्र पर पहुंचा. बंदी परीक्षार्थी को पुलिस सुरक्षा में जेल से परीक्षा केंद्र तक लाया गया. बताया जा रहा है कि युवक चोरी के आरोप में जेल में बंद है. चोरी के आरोप के जेल में बंद है, लेकिन मन में लगन कुछ बनने की है. इसको लेकर वह परीक्षा केंद्र पर इंटर का परीक्षा दे रहा है.
जेल में बंद कैदी का नाम मनीष यादव है, जो चैनपुर थाना क्षेत्र के मधवापुर गांव का रहने वाला है. चोरी के आरोप में कुछ महीनों से सीवान जेल में बंद है. जेल में रहने के दौरान ही आरोपी का इंटर का एडमिट कार्ड आया. जिसके बाद जेल प्रशासन के द्वारा परीक्षा देने की अनुमति दी गई.
अनुमति मिलने के बाद परीक्षार्थी पुलिस की गाड़ी में बैठकर परीक्षा देने के लिए शहर के डीएवी पीजी कॉलेज के परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने के लिए पहुंचा. जब वह आया तो उसके हाथों में लोहे की हथकड़ी लगी हुई थी. करीब 3 से 4 पुलिस कर्मचारी उसके साथ थे. बंदी परीक्षार्थी ने परीक्षा केंद्र पर प्रथम पाली में हिंदी की परीक्षा दी है. जिसके बाद पुलिस सुरक्षा में ही गाड़ी में बैठाकर उसे जेल भेज दिया गया.
बंदी परीक्षार्थी मनीष यादव ने बताया कि वह चोरी के आरोप में कुछ महीनों से जेल में बंद है, लेकिन अपनी पढ़ाई को जेल से भी जारी रखा है. जिसके बाद परीक्षा केंद्र पर हिंदी की परीक्षा को दिया है. वहीं डीएवी पीजी कॉलेज के परीक्षा केंद्र पर केंद्राधीक्षक के रूप में तैनात कालिका सिंह ने बताया कि जेल प्रशासन की बहुत अच्छी पहल है कि कैदी को भी परीक्षा देने का मौका दिया गया है. बंदी परीक्षार्थी का व्यवहार भी परीक्षा केंद्र पर अच्छा रहा है.