पटना
कहते हैं कि राजनीति में कोई भी बयान देने के समय का बेहद खास महत्व होता है. हाल के दिनों में नीतीश कुमार पर उनके कुछ सहयोगियों के साथ-साथ उनके विरोधियों ने भी ये कहना शुरू कर दिया था कि नीतीश कुमार कमजोर हो चुके है. इसी बयान के बीच नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले मंत्री संजय झा ने नीतीश कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है, और जब संजय झा से ये सवाल पूछा गया कि ‘क्या नीतीश कुमार कमजोर हो गए है’, इस सवाल पर उन्होंने साफ-साफ शब्दों में कहा नीतीश कुमार को लेकर जो बाते कही जा रही है वो सब बेकार की बाते है, मैं साफ कर देना चाहता हूं. ‘टाइगर अभी जिंदा’ है.
संजय झा के इस बयान के टाइमिंग को लेकर ही ‘सियासी हलचल’ बढ़ी है और इस बयान के अर्थ खोजे जा रहे है. संजय झा नीतीश कुमार के बेहद खास माने जाते है और ‘समाधान यात्रा’ में लगातार नीतीश कुमार के साथ चल रहे है. इस वजह से भी उनके बयान का अर्थ बढ़ जाता है. वहीं बीजेपी ने संजय झा के बयान पर चुटकी लेते हुए नीतीश कुमार को बूढ़ा टाइगर कहा.
राजनीति नीतीश कुमार के इर्द गिर्द ही घूमेगी
संजय झा के इस बयान पर बिहार के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय कहते है संजय झा का बयान उपेन्द्र कुशवाहा के साथ-साथ अपने सहयोगियों और विरोधियों को भी मैसेज देने की कोशिश है कि नीतीश कुमार को कमजोर मान रहे है वो भ्रम में है नीतीश कुमार अभी भी बिहार के सियासत के मुख्य धुरी है और राजनीति उनके इर्द गिर्द ही घूमेगी. रवि उपाध्याय कहते हैं कि पिछले कुछ दिनों में अगर नजर डाले तो सुधाकर सिंह से लेकर उदय नारायण चौधरी , जीतन राम मांझी से लेकर उपेन्द्र कुशवाहा सहित कुछ और नेता समय-समय पर नीतीश कुमार पर निशाना साधते रहे हैं.
नीतीश कुमार को कमजोर समझने वालों के लिए मैसेज
वहीं बीजेपी से लेकर चिराग पासवान और आरसीपी सिंह के निशाने पर भी नीतीश कुमार रहे है. ऐसे में जदयू के तरफ से संजय झा के इस बयान का अर्थ आसानी से समझा जा सकता है कि उन तमाम लोगों को ये साफ-साफ मैसेज है कि जो भी नीतीश कुमार को कमजोर समझने की कोशिश कर रहे है वो गलती कर रहे है नीतीश कुमार आज भी उतने ही मजबूत है जितना पहले थे और कोई भ्रम में ना रहे. जाहिर है 2005 के बाद जब-जब नीतीश कुमार को कमजोर समझने की कोशिश कि गई है सियासत में तब नीतीश कुमार राजनीति के मुख्य खिलाड़ी बन के उभरे है.
राजनीति या तो उनके विरोध में या समर्थन में चल रही
यही वजह है कि इस वक्त भी जब नीतीश कुमार बिहार के तीसरे नंबर कि पार्टी के तौर पर है इसके बावजूद राजनीति या तो उनके विरोध में या समर्थन में चल रही है. लेकिन संजय झा के बयान के बाद अब जदयू के अन्य नेता भी संजय झा के बयान के साथ मजबूती से खड़े हो गए है. मंत्री जयंत राज कहते है कि नीतीश कुमार के बिना बिहार के सियासत में कुछ भी नहीं हो सकता है राजनीति के धुरी नीतीश कुमार ही रहेंगे और टाइगर ना सिर्फ जिंदा है बल्कि दहाड़ भी मारेगा.