छपरा
छपरा जिले के मांझी प्रखंड के मुबारकपुर गांव में हुई हिंसा के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। छपरा में सोशल मीडिया को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। पूरे जिले में 6 तारीख से लेकर 8 तारीख की रात 11 बजे तक फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप समेत अन्य सोशल साइट्स को बंद कर दिया गया है। यह आदेश बिहार सरकार के गृह विभाग ने जारी किया है।
आपको बता दें, मुबारकपुर गांव में चोरी के आरोप में युवक की पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद हालात बिगड़ गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने मुखिया के घर पर हमला कर दिया और आगजनी की। इसके बाद मुबारकपुर गांव में तनाव बना हुआ है।
युवक की मौत पर भड़की हिंसा
वहीं मुबारकपुर गांव में उपद्रव के बाद धारा 144 लगाई गई है। पिछले दिनों एक युवक की भीड़ हिंसा में हुई मौत के बाद रविवार को करणी सेना ने गांव में बवाल कर दिया। तोड़फोड़, आगजनी और पथराव के बाद पुलिस ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी। सोमवार को इलाके में हालात काबू में है। बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
पुलिस लाइन के अलावा एकमा, मांझी, दाउदपुर कोपा और आसपास के कई थानों की पुलिस मौके पर कैंप कर रही है। आईटीबीपी और बीएसएपी की टुकड़ियां भी तैनात की गई हैं। मांझी थाने के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है।
भीड़ की पिटाई से हुई थी मौत
जानकारी के मुताबिक 2 फरवरी को मुबारकपुर गांव के सिधरिया टोला में तीन लोगों की भीड़ ने बुरी तरह पिटाई कर दी थी। इसमें अमितेश कुमार की मौत हो गई, जबकि राहुल और आलोक कुमार सिंह नाम के दो युवक घायल हुए। इसके बाद मुखिया आरती देवी के पति विजय यादव के फार्म हाउस पर तीन लोगों की बेरहमी से पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
फिर करणी सेना के एक गुट ने आंदोलन शुरू कर दिया। पुलिस ने बताया कि मोटरसाइकिल पर सवार 500 से ज्यादा लोग रविवार शाम सिधारिया टोला पहुंचे और उन्होंने उपद्रव शुरू कर दिया। उन्होंने जाति विशेष के लोगों की करीब 30 झोपड़ियों में आग लगा दी। साथ ही उनके ट्रक, ट्रैक्टर सहित तीन गाड़ियों को भी फूंक दिया। जब करणी सेना के सदस्य गांव में पहुंचे तो पुरुष अपने घरों से भाग गए।