पटना
बिहार के आईएएस केके पाठक का अपशब्द कहते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। जिस पर अब विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बिहार प्रशासनिक सेवा संघ यानि बासा ने भी आईएएस केके पाठक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। और मुख्य सचिव से लिखित शिकायत की है। साथ ही सचिवालय थाने में बासा के पदाधिकारियों ने आईएएस केके पाठक के खिलाफ कंप्लेन दर्ज कराई है।
वहीं इस मामले पर मद्द निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने कहा, कि वीडियो के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। मैं ऑफिस जा रहा हूं, पूरे मामले की छानबीन होगी। वीडियो को लेकर जो बातें कही जा रही है। अगर वो सच साबित होती हैं तो उचित कार्रवाई भी की जाएगी।
आईएएस केके पाठक को बर्खास्त करो- बीजेपी
इससे पहले बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने आईएएस केके पाठक को बर्खास्त करने की मांग कर डाली है। निखिल आनंद ने ट्वीट कर लिखा कि IAS केके पाठक बहुत पढ़े-लिखे विद्वान हो सकते हैं लेकिन लंबे समय तक ब्यूरोक्रेसी में रहने के दौरान ये मानसिक अवसाद और कुंठा से ग्रसित हो चुके हैं। इसका ईलाज कराओ। ये BASA अधिकारियों को मां-बहन की गाली सड़कछाप गुंडे-मवाली की तरह दे रहा है। ये माफी मांगे या इसको बर्खास्त करो।
वीडियो में गाली देते नजर आए केके पाठक
आपको बता दें वायरल वीडियो में केके पाठक डिप्टी कलेक्टर को गाली देत नजर आ रहे हैं। बिहार के लोगों की चेन्नई वालों से तुलना करते हुए IAS अधिकारी ने खूब खरी-खोटी सुनाई। यह वीडियो मध्य निषेध एंव उत्पाद विभाग की आधिकारिक बैठक का बताया जा रहा है।
बीजेपी ने आईएएस अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की है। वायरल वीडियो में आईएएस केके पाठक कह रहे हैं, “चेन्नई में आदमी बाएं से चलता है, यहां किसी को बाएं से चलते हुए देखे हो। यहां का आदमी ही ऐसा है। चेन्नई में किसी को लाल लाइट पर हॉर्न बजाते हुए देखे हो, यहां ट्रैफिक में पें-पें करते हुए चलते हैं। रोजाना रोड पर देखते नहीं हो क्या। यहां के डिप्टी कलेक्टर का भी ये ही हाल है। डिप्टी कलेक्टर को भेजो मैं उसका बैंड बजाता हूं।” इस वीडियो में आईएएस अधिकारी केके पाठक ने कई बार गालियां एवं अपशब्द का इस्तेमाल किया, जो हमने यहां नहीं लिखे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया है और लोग केके पाठक की निंदा कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि हाल ही में मध्य निषेध एवं उत्पाद विभाग की एक बैठक के दौरान आईएएस ने अपना आपा खो दिया। वे विभाग के अन्य अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे। इस दौरान उन्होंने बिहारियों को लेकर तो अपशब्द कहे ही, डिप्टी कलेक्टर को भी गालियां देते हुए खूब लताड़ा।
खबरों के मुताबिक केके पाठक यूपी के रहने वाले हैं और वे 1990 बैच के अधिकारी हैं। उन्हें केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था। 2015 में महागठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार केके पाठक को वापस बिहार ले आए थे। वे मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं।