गया
गया और शेरघाटी में पुलिस पर उत्पातियों ने हमला कर दिया। गया शहर में रामपुर थाने की पुलिस और शेरघाटी में उत्पाद विभाग की टीम पर हमला हुआ। इन घटनाओं में कई जख्मी हैं। इस तरह खुलेआम उत्पातियों ने कानून को हाथ में लिया और पुलिस को चुनौती दी।
जानकारी के अनुसार गया शहर में एक वारंटी की घेराबंदी कर गिरफ्तारी करने के दौरान समर्थकों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। इस घटना में रामपुर थानाध्यक्ष, एसआई समेत दो जवान जख्मी हो गए। सभी चोटिल हुए हैं। पुलिस पर हमला कर समर्थकों ने पुलिस के कब्जे में रहे आरोपित को भगा दिया। यह घटना मंगलवार की दोपहर रामपुर थाना क्षेत्र के गेवाल बिगहा बिचली मोहल्ले आरिफ नगर की है। इस घटना के बाद पुलिस पर हमला और सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर एक दर्जन लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। नामजदों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
रामपुर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि सोमवार की दोपहर सूचना मिली कि के गेवाल बिगहा बिचली मुहल्ली आरिफ नगर में दो लोगों के बीच झगड़ा व मारपीट हो रही है। मंजर और मुजम्मिल नामक के बीच झगड़े की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। यहां पहुंची तो देखा कि महिला थाना का वारंटी मुजम्मिल लड़ रहा है। पुलिस ने मुजम्मि को हिरासत में लिया।
इसके बाद मुजम्मिल के समर्थकों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। धक्का-मुक्की कर मुजम्मिल को भगा दिया। हमले में वे खुद, एसआई प्रशांत कुमार और क्यूआरटी के दो जवान संतोष पासवान और अभिषेक कुमार जख्मी हो गए। दोनों जवानों को पैर में गंभीर चोट लगी है। एक का पैर फूल गया है। इसके बाद पुलिस की टीम वहां से लौट आयी। जेपीएन में इलाज कराया। थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस पर हमला करने, आरोपी को भगाने और सरकारी काम में बाधा डालने के मामले को लेकर करीब एक दर्जन को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया है।
शेरघाटी में कार्रवाई के लिए पहुंची उत्पाद टीम पर हमला
वहीं एक अन्य घटना में शेरघाटी थाने के चेरकीडीह गांव के टोला नेमाबीघा में मंगलवार को उत्पाद विभाग के कर्मियों पर शराब कारोबारियों ने ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। पथराव की इस घटना में एक महिलाकर्मी सहित तीन उत्पादकर्मियों के घायल होने की सूचना है। छापेमार दल की दो गाड़ियों को भी हमलावरों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है। हालत को बिगड़ते देख छापामार दल के लोगों को पीछे हटना पड़ा। टोले में धड़ल्ले से शराब कारोबार चलने की सूचना पर उत्पाद विभाग का दस्ता वहां पहुंचा था।
बात तब बिगड़ी जब छापामार दल ने शिवा मांझी की पत्नी को शराब बेचने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। इसी बीच तमाम शराब कारोबारी और उनके समर्थक ग्रामीणों ने कार्रवाई दस्ते पर ईंट-पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। हमलावर शराब कारोबारी महिला को दस्ते की गिरफ्त से छुड़ाना चाहते थे। उग्र विरोध के बावजूद छापामार दल ने महिला को नहीं छोड़ा और उसे लेकर बचते-बचाते गांव से बाहर निकले। ग्रामीणों की भीड़ ने दूर तक उत्पादकर्मियों का पीछा भी किया।
गया के सहायक उत्पाद आयुक्त प्रेम प्रकाश ने नेमाबीघा गांव में उत्पादकर्मियों पर हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि इसमें तीन कर्मी घायल भी हुए हैं, दो गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इधर शेरघाटी के थानेदार राजकिशोर सिंह ने बताया कि नेमा बीघा गांव की घटना के बाद पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ी उत्पादकर्मियों के साथ दोबारा गांव में भेजी गई है। शराब धंधेबाजों के हमले में क्षतिग्रस्त हुई गाड़ियों को वापस लाया गया है। इस मामले की गहराई से पड़ताल की जा रही है। हमला करने वालों को भी चिंहित किया जा रहा है।