विपक्षी एकता महाजुटान 2.0 पर मांझी का बेतुका बयान, मेंढक से की तुलना; पीएम मोदी पर कही यह बात

राजनीति ब्रेकिंग

पटना

बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक को लेकर बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने वहां जुट रहे नेताओं की तुलना मेंढक से की है। कहा है कि इसका कोई रिजल्ट नहीं निकलेगा क्योंकि मेंढक को तौलना आसान नहीं है। इसके साथ जीतन राम मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर प्रशंसा की। 30 दिन के अंदर दूसरी बाद विपक्षी एकता की  बैठक में शामिल होने के लिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, शरद पवार,नीतीश कुमार, लालू यादव, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव समेत सभी मोदी विरोधी नेता पहुंचे हुए हैं। मांझी ने कहा 26 या 37 जितनी भी पार्टियां जुट जाएं पर कोई ठोस नतीजा नहीं निकलेगा।

दिल्ली में एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बेंगलुरु में जो बैठक हो रही है उसमें 26 पार्टी आए  या 37,  इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। अभी तक स्थिति यह है कि इनके पास कोई लीडर नहीं है। उन्होंने पूछा कि विपक्षी एकता का लीडर कौन है पहले यह तो तय कर लें।  एक देहाती कहावत के हवाले से मांझी ने कहा कि मेंढक को कभी तराजू पर तौला नहीं जा सकता। वहां जुटने वाले सभी नेता उसी प्रकार से हैं।  कभी वह भागेंगे तो कभी वह निकलेंगे।

जीतन मांझी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल बहुत मनाने पर बैठक में आए हैं। सच तो यह है कि कांग्रेस के पैर पड़ने के बाद और अध्यादेश पर समर्थन की घोषणा करने के बाद दिल्ली से बेंगलुरु तक आने का काम केजरीवाल ने किया है। उन्होंने कहा कि ममता दीदी का वही हाल है। उनका स्टैंड पहले से साफ है कि जहां वामदल और कॉन्ग्रेस होगी वहां नहीं मानेंगे। ऐसे में विपक्षी किस एकता की बात करते हैं? वहां अभी कई दलों में आपस में शिकायत बाकी है। वह प्रयास कर रहे हैं लेकिन इसका कोई सही रिजल्ट नहीं निकलेगा।

आज दिल्ली में एनडीए की भी बैठक हो रही है। इसके बारे में पूछे जाने पर जीतन मांझी ने कहा कि नरेंद्र मोदी एनडीए के घोषित नेता हैं। अभी तक कोई ऐसा पीएम नहीं हुआ जिसका पैर दूसरे देश के शासन अध्यक्ष ने छुआ हो। मोदी जी की अपनी ऊंचाई है।  जिसकी बराबरी कोई नहीं कर सकता।

इससे पहले आरसीपी सिंह ने भी विपक्षी एकता की बेगलुरु बैठक पर हमला किया। उन्हों कहा कि वहां जो भी नेता जुटे हैं वे सभी के सभी डिमॉरलाइज्ड हैं। उनसे कुछ होने वाला नहीं है। नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि यहां लिट्टी चोखा खिलाया था और अब इडली-डोसा खाने बेंगलुरु गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *