सुसाइड या मर्डर! कब्र खोदकर पुलिस ने क्यों निकलवाया छात्रा का शव? परिजनों के क्या हैं आरोप

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गया

गया जिले के कोठी थाना क्षेत्र के विकोपुर मदरसे में पढ़ने वाली छात्रा की संदिग्ध स्थिति में मौत बुधवार को हो गई थी। छात्रा की मौत के बाद उसके शव को कब्रिस्तान में दफना दिया गया था। छात्रा के परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या हुई है और साक्ष्य को छुपाने के लिए शव को दफना दिया गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा भी किया।

मामला तूल पकड़ने के बाद शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच छात्रा का शव कब्रिस्तान से खोद कर निकाला गया। शव निकालते समय प्रशासन की ओर से गठित मजिस्ट्रेट की टीम व पुलिस बल काफी संख्या में तैनात रहे। गौरतलब है कि घटना के बाद गुरुवार की शाम जब छात्रा के पिता मदरसे पहुंचे तो उनका कहना था कि मेरी बेटी ने न तो आत्महत्या की है और न ही उसकी सामान्य मौत हुई है। मदरसे के लोगों ने ही उसे मार दिया गया हैं।

फरार चल रहे मदरसा संचालक-शिक्षक
उन्होंने मदरसे के संचालक हमद हाफिज और शिक्षक मौलाना कलीम पर आरोप लगाते हुए बताया कि साक्ष्य को छुपाने के लिए मेरी बेटी को दफना दिया। इधर, मदरसे के अन्य शिक्षक व कर्मचारियों का कहना है कि छात्रा ने खुद ही आत्महत्या की घटना को अंजाम दिया है। वहीं, इस पूरी घटना के बाद आरोपी मदरसा संचालक व शिक्षक दोनों फरार हैं।

सुरक्षा के बीच कब्र से निकाला शव
शिकायत मिलने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी अनिल रमन ने पूरी कार्रवाई के लिए इमामगंज के बीडीओ राजेश कुमार, सीओ शिवशंकर, पीओ राकेश रंजन और बीपीआरओ शोभा कुमारी सहित चार सदस्यीय मजिस्ट्रेट टीम का गठन किया। प्रशासनिक गठित टीम व पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच शव को कब्र से बाहर निकाला गया। शव को बाहर निकालने के बाद पोस्मार्टम के लिए मगध मेडिकल भेज दिया गया। मृतक लड़की की मां अख्तरी खातून और पिता सोहराब खलीफा ने मदरसा संचालक अहमद हाफिज और शिक्षक मौलाना कलीम के ऊपर बेटी की हत्या कर शव को छुपाने का आरोप लगाया है।

कोठी थानाध्यक्ष सभापति चौधरी ने बताया कि दोनों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन कर आगे कानूनी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, दोनों फरार आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी भी हो रही है।

पिता की सहमति से दफनाया था शव- मदरसा
छात्रा की मौत के बाद मदरसे में पढ़ने वाली अन्य बच्चों को उनके अभिभावक घर ले जाने लगे हैं। मदरसे की रसोइया मुनसरी खातून बताती हैं कि जिस लड़की की मौत हुई है वह बकरीद की छुट्टी के 14 दिन बाद मंगलवार सुबह अपने पिता के साथ घर से मदरसे आई। आने दिन से ही वह यह कह रही थी कि अगर चाचा नहीं आएंगे तो हम कुछ कर लेंगे। घटना के दिन लडकी नमाज अदा के बाद करीब शाम को साढ़े सात बजे शिक्षिका से बाथरूम जाने के लिए छुट्टी लेकर अपने कमरे में गई और पंखे में अपने दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली।

वहीं, एक अन्य शिक्षक अमजद अली और नाजिया प्रवीन बताती हैं कि लड़की ने खुद आत्महत्या की है। उसके पिता के सहमति के बाद शव को कब्र में दफनाया गया था। वर्ष 2021 से मदरसा चल रहा है, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ।

हंगामे के बाद मामले ने पकड़ा तूल
घटना के बाद जब छात्रा के पिता कोठी पहुंचे तो उन्हें अपनी बेटी के बारे में माकूल जवाब नहीं मिला तो उन्होंने ग्रामीणों का सहारा लिया। इसके बाद शुक्रवार को ग्रामीणों ने मदरसे के बाहर जमकर बवाल काटा। पुलिस ने मदरसे पहुंचकर संचालक और शिक्षक के ऊपर केस दर्ज करने की बात कहकर लोगों को शांत कराया गया।

 

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