मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर जिले में 55 साल के एक शख्स ने शराब पीने के लिए कर्ज लिया। उसने करीब 20 हजार रुपये की शराब गटक ली। जब कर्ज चुकाने की बारी आई तो वह तनाव में आ गया। कर्जदारों का दबाव बढ़ा तो उसने पेड़ से लटककर अपनी जान दे दी। मामला सकरा थाना क्षेत्र के बेझा गांव का है। गुरुवार सुबह बगीचे में आम के पेड़ से अधेड़ का शव लटका मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने पेड़ से लटके शव का उतारा। मृतक की पहचान गन्नीपुर बेझा पंचायत के बसंतपुर गौस गांव के मो. जमील खान (55) के रूप में हुई है। वह वेल्डिंग और पेंटर का काम करता था। मृतक की पत्नी रूही खातून ने पुलिस को बताया कि मजदूरी करने के दौरान जमील को नशे की लत लग गई। करीब 20 हजार रुपये कर्ज लेकर वह शराब पी गया। उस कर्ज का पैसा चुकाने के लिए जब दबाव पड़ने लगा तो तनाव में रहने लगा। पत्नी ने समझा कि मजदूरी कर कर्ज चुका दिया जाएगा। कोई गलत कदम नहीं उठाएगा।
मृतक की पत्नी के मुताबिक पति के नशे के कारण परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। काफी दिनों से ग्रामीणों की ओर से मिले अनाज और मदद से घर का चूल्हा जल रहा था। एक पुत्र है जो दूसरे राज्य में रहकर मजदूरी करता है। बुधवार रात खाना खाकर दोनों सो गए थे। रूही खातून ने बताया कि नींद खुली तो जमील नहीं था। सुबह से खोजबीन कर रही थी। इसी दौरान पेड़ से शव लटके होने की जानकारी मिली।
उसने पुलिस को बताया कि उसके पति ने कर्ज के बोझ के सदमे में आकर आत्महत्या कर ली है। उसने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। इसको लेकर मुखिया प्रतिनिधि मो. दुलारे व अन्य जनप्रतिनिधियों ने पुलिस से वार्ता की। सकरा थानाध्यक्ष राजू कुमार पाल ने बताया कि अधेड़ की आत्महत्या की सूचना पर पहुंचे थे। मृतक की पत्नी ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार करते हुए पुलिस को एक पंचनामा बनाकर दिया। इसके बाद पुलिस वापस लौट गई।