पटना
पटना में विपक्षी एकता की बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 की रणनीति पर चर्चा हुई। बैठक में शामिल तमाम दलों के नेताओं ने अलग-अलग मुद्दे उठाए। बैठक में नीतीश कुमार को यूपीए का संयोजक बनाए जाने और न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर भी मंथन हुआ। वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने धारा 370 हटाने पर आम आदमी पार्टी की सफाई मांगी। दरअसल केजरीवाल ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का पूर्व में समर्थन किया था। जबकि उमर अब्दुल्ला इसके खिलाफ थे। वहीं दूसरी तरफ शिवसेना (उद्धव) के चीफ उद्धव ठाकरे ने आप को अध्यादेश पर समर्थन की बात उठाई।
बैठक में सभी दलों ने अध्यादेश के खिलाफ अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने के लिए कांग्रेस से अपील की। बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सभी दलों से महत्वाकांक्षा छोड़ने की बात कही। वहीं बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जिन राज्यों में क्षेत्रीय दल प्रभावी हो वहां उनके नेताओं को लोकसभा चुनाव का नेतृत्व सौंपा जाए।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। इस दौरान राहुल ने कहा कि जिस तरह कर्नाटक में एकजुट होकर कांग्रेस ने बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखा दिया। उसी तरह अब राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में भी बीजेपी को हराना है। बीजेपी को हराने के लिए ही पूरा विपक्ष एक हुआ है। वहीं खरगे ने कहा कि देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी दलों का एक साथ आना बेहद जरूरी है।