पटना
पटना के खुसरूपुर के पैगम्बरपुर गांव में बीते दिनों दादी की हत्या में पोती समेत चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि विगत पांच मई को पैगम्बरपुर निवासी विनय कुमार की बेटी शिवानी ने ही अपनी दादी और भाई पर जानलेवा हमला कराने की मास्टर माइंड निकली है। घटना के पीछे जमीन और संपत्ति का विवाद सामने आया है।
डीसपी सियाराम यादव ने प्रेसवार्ता में बताया कि पांच मई की रात खुसरूपुर के पैगम्बरपुर गांव में अपराधियों ने एक वृद्धा और उसके पोते को ईंट एवं अन्य वस्तुओं से कूचकर जख्मी कर दिया था। दोनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां दादी की मौत हो गई। जबकि पोता की हालत अब भी गंभीर है। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर खुसरूपुर थानाध्यक्ष चंद्रभानु कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया।
पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान करते हुए घटना की मास्टर माइंड मृतका की पोती शिवानी, मुनि लाल दास ( कुर्था, खुसरूपुर ), कृष्णा कुमार एवं शिवशंकर कुमार ( सिरनावां, बेना, नालंदा ) को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त खून लगा ईंट भी बरामद किया गया है। पूछताछ के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस ने खोली साजिश की पूरी परत
एसएचओ के मुताबिक नाबालिग दो बहनें और एक भाई है। उसकी बड़ी बहन पार्ट-1 में पढ़ती है और वह अपने रिश्तेदार के साथ बख्तियारपुर में रहती है। नाबालिग बहन की अपने भाई के साथ अक्सर छोटी मोटी बातों को लेकर झगड़ा होता था। नाबालिग बहन ने अपने भाई को सबक सीखाने का फैसला लिया। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नाबालिग बहन ने अपने भाई को गंगा में डुबोकर मारने की साजिश रची लेकिन घाट पर अधिक भीड़ होने के कारण वह अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो सकी।
नाबालिग बहन ने अपने भाई की हत्या की साजिश संपत्ति हड़पने के लिए रची। सबसे पहले उसने पहले मुन्नी लाल (62 वर्ष), जो कि उसके घर में काम कर चुके थे, उसे अपने प्लान के बार में बताया लेकिन मुन्नी लाल ने उसका प्रस्ताव ठुकरा दिया। हालांकि मुन्नी लाल ने नाबालिग लड़की को कल्लू कुमार के बारे में बताया। नाबालिग लड़की ने कल्लू से संपर्क किया तो उसने 2 लाख रुपये की डिमांड रखी लेकिन 35 हजार में डील फाइलनल हुई। कल्लू ने शिवशंकर चौहान और उनके भाई कृष्णा चौहान सहित दो लोगों को काम पर रखा था, जो पैसे के लिए हत्याओं को अंजाम देने के लिए तैयार हो गए।
साजिश के अनुसार, दोनों भाई शाम को घर में दाखिल हुए, जब जयमंती देवी पड़ोस की एक शादी समारोह में व्यस्त थे। आधी रात को कॉन्ट्रैक्ट किलरों अमन के कमरे में घुसे और उसका गला दबाने लगे। हत्यारों को देखकर उसकी दादी जाग गई और शोर मचाया। जिसके बाद हत्यारे अमन को छोड़कर जयमंती का तकिये से गला दबाकर मौके से फरार हो गए। घटना के कुछ मिनट बाद नाबालिग लड़की को लगा कि दादी और भाई दोनों जीवित हैं, तो उसने ईंटों से उनके सिर पर हमला कर दिया। बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अमन का अस्पताल में इलाज चल रहा है।